बैठक में देशभर में कोरोना काल में हुए सेवा कार्यों की समीक्षा, आगामी दिनों में सेवा-स्वावलम्बन व परामर्श कार्यों की दिशा एवं अनलॉक के बाद शाखाओं के मैदान पर आने की प्रक्रिया में शासकीय गाइडलाइन के अनुसार प्रांतो की तैयारी हो, इस पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी समेत चार सहसरकार्यवाह भी उपस्थित हैं। कार्यकारी मंडल की बैठक में पर्यावरण एवं परिवार प्रबोधन की गतिविधियों के राजस्थान में कार्य व प्रयोगों पर बातचीत हुई। इसके साथ ही आगामी योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई। बैठक में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र एवं तीनों प्रांतों के संघचालक, कार्यवाह व प्रांत प्रचारक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि प्रति वर्ष दीपावली पर संघ की कार्यकारी मंडल की अखिल भारतीय बैठक होती है। जिसमें लगभग 400 कार्यकर्ता उपस्थित रहते हैं, लेकिन इस बार देशभर में कोरोना की विशेष परिस्थिति के कारण से बैठक का आयोजन एक स्थान की बजाय अलग-अलग स्थानों पर हो रहा है। प्रत्येक स्थान पर 30 से 40 तक कार्यकर्ता कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए बैठक में शामिल हो रहे हैं।
सरसंघचालक ने दी पूर्णाहुति इससे पहले अम्बाबाड़ी में स्वस्तिक भवन में सरसंघचालक, सरकार्यवाह और मुख्य यजमान क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश ने अहोई अष्टमी पर सुबह हवन में पूर्णाहुति दी। पं. मोहित ने मंत्रोचार के साथ पूर्णाहुति दिलवाई। अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में गौमय दीपकों की प्रदर्शनी, सेवा भारती द्वारा बनाई गई स्वदेशी निर्मित झालरें व पर्यावरण गतिविधि की रसोई बगिया की प्रदर्शनी लगाई गई।