अस्पताल स्टाफ ने जानकारी दी कि बुजुर्ग करीब सात दिन से यहां भर्ती था और जयपुर शहर का ही रहने वाला था। वह अन्य मरीजों की तरह ही अस्पताल स्टाफ के निर्देश फॉलो कर रहा था और दवाई एवं भोजन समय पर ले रहा था। किसी को भी नहीं लग रहा था कि वह इस तरह का कदम उठा सकता है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही 75 साल के एक बुजुर्ग ने भी आरयूएचएस की दूसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी।
मौके पर ही सिर फटने से उनकी मौत हो गई थी। उनकी भी जांच रिपोर्ट नेगेटिव ही आई थी। इससे पहले एसएमएस अस्पताल में भी तीन मरीजों ने जान देने की कोशिश की लेकिन उनको बचा लिया गया। एसएमएस अस्पताल से दूसरी मंजिल से एक मरीज ने छलांग लगा दी। गनीमत यह रही कि वह नीचे खड़ी एंबुलेंस पर गिरा। उसे मामूली चोट आई। उसके बाद चरक भवन की दूसरी मंजिल से एक अन्य युवक ने छलांग लगा दी थी। उसके पैर में गंभीर चोटें आई थी। एक अन्य युवक ने एसएमएस अस्पताल में पाइप के सहारे नीचे उतरकर भागने की कोशिश की थी। ये तीनों युवक नशे के आदी थे और नश नहीं मिलने पर इस तरह के कदम उठाए थे।