राजस्थान कांग्रेस में ‘सचिन बम’ फूटने के बाद अब ‘गहलोत बम’ फूट गया। जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बड़े और कड़े फैसले लेते हुए पार्टी से बगावत करने वाले सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किये जाने का कदम उठाया गया है। उपमुख्यमंत्री के साथ ही उनका साथ देकर बागी हुए पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और खाद्य मंत्री रमेश मीणा को भी बर्खास्त किये जाने का फैसला लिया गया है।
यही नहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर भी चौंकाने वाला बदलाव करते हुए सचिन पायलट को हटाकर उनकी जगह गोविन्द सिंह डोटासरा को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी गई है। विधायक दल की बैठक में ये लिए गए हैं बड़े फैसले
– उपमुख्यमंत्री पद से सचिन पायलट, पर्यटन मंत्री पद से विश्वेन्द्र सिंह, खाद्य मंत्री रमेश मीणा को हटाया गया
– प्रदेश कांग्रेस कमिटी चीफ के पद पर सचिन पायलट को हटाने का फैसला, गोविन्द सिंह डोटासरा को दी ज़िम्मेदारी
– हेम सिंह शेखावत को बनाया कांग्रेस सेवादल का नया प्रदेश अध्यक्ष
– गणेश घोघरा को युवक कांग्रेस का बनाया गया अध्यक्ष, विधायक मुकेश भाकर को पद से हटाया
– उपमुख्यमंत्री पद से सचिन पायलट, पर्यटन मंत्री पद से विश्वेन्द्र सिंह, खाद्य मंत्री रमेश मीणा को हटाया गया
– प्रदेश कांग्रेस कमिटी चीफ के पद पर सचिन पायलट को हटाने का फैसला, गोविन्द सिंह डोटासरा को दी ज़िम्मेदारी
– हेम सिंह शेखावत को बनाया कांग्रेस सेवादल का नया प्रदेश अध्यक्ष
– गणेश घोघरा को युवक कांग्रेस का बनाया गया अध्यक्ष, विधायक मुकेश भाकर को पद से हटाया
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में गैर हाज़िर रहे उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों पर अनुशासन का डंडा चलाये जाने की आवाज़ उठी है। बैठक में मौजूद गहलोत गुट के सभी विधायकों ने एक साथ मिलकर पायलट समेत बागी हुए विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने पर सहमति जताई है। ऐसे में बागियों के खिलाफ अन्शासनात्मक कार्रवाई के लिए बैठक में प्रस्ताव पास किया गया।
गौरतलब है कि कल भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया था जिसमें के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ही नेतृत्व में सरकार चलाने पर सहमति बनी थी। इससे पहले विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में एआईसीसी के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और राज्य सभा सांसद वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। बागियों को बैठक में शामिल होने के लिए विशेष आमंत्रण भेजा गया था, लेकिन पायलट गुट का कोई विधायक बैठक में शामिल नहीं हुआ।