इस मामले में ऑथोराइज्ड मोटर व्हीकल डीलर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव कौशल अग्रवाल ने बताया कि चुनावों को देखते हुए नेताओं ने तीन माह पहले ही गाडि़यां बुक कराना शुरू कर दिया था। अधिकतर नेताओं ने लग्जरी गाडि़यां पसंद की हैं, जो मार्केट में 10 लाख से ऊपर की हैं। इनमें अधिकतर ने दिवाली पर गाडि़यां खरीद भी ली हैं। नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए अपने क्षेत्रों और गांवों में जाना पड़ता है। इसके लिए महंगी बड़ी गाडि़यां उनकी अधिक पसंद हैं।
चुनावों को लेकर करीब 650 से 700 गाडि़यां सडक़ पर उतरी हैं, जो नेताओं के चुनाव प्रचार में काम आएंगी। ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े सुरेश अग्रवाल ने कहते हैं कि चुनावों को लेकर लग्जरी गाडिय़ों की ब्रिकी 5 से 10 प्रतिशत तक बढ़ी है। पहले यह आंकड़ा 20 से 30 प्रतिशत का होता था, लेकिन चुनाव आयोग की बंदिश के चलते इस बार जरूर इस आंकड़े में कमी आई है, लेकिन नेता चुनाव आते ही लग्जरी गाडि़यों की खरीद शुरू कर देते हैं। अभी भी आने वाले दिनों में 5 से 7 प्रतिशत की सेल बढ़ेगी।