बिना सूचना निरीक्षण
निजी अस्पताल संचालकों ने बताया कि एनआईए की टीम ने आठ अप्रेल को बिना सूचना दिए इन निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया। निरीक्षण कर्ता ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि निर्धारित क्षमता से कम बैड बताए और ई मेल के जरिए निलबंन के आदेश भेज दिए। संचालकों का आरोप है कि अवकाश का दिन होने के कारण अस्पतालों में सफाई कार्य चल रहा था और मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया हुआ था। इसके बावजूद निरीक्षण करने वाले ने सामान्य निरीक्षण बताते हुए बहला-फुसला कर दस्तखत करवा लिए हैं।
इसलिए निरीक्षण
बीमा कम्पनी के अधिकारियों की माने तो लम्बे समय से इन अस्पतालों से क्लेम की राशि ज्यादा आ रही थी। निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आई कि मरीजों के क्लेम की संख्या को देखते हुए अस्पतालों में बैड ही नहीं है।
सीएमएचओ को दिया ज्ञापन
बीमा कम्पनी की मनमर्जी को लेकर बुधवार को निजी अस्पतालों के संचालकों ने मुख्यमंत्री के नाम सीएमएचओ को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में संचालकों ने बीमा कम्पनी की ओर से की गई कार्रवाई को गलत बताया और भर्ती मरीजों को योजना का लाभ दिलाने और भविष्य में भी योजना में जुडे रहने की मांग की।
ये हैं अस्पताल
जनता अस्पताल सीकर, श्रीबालाजी हॉस्पिटल सीकर, शर्मा ऑर्थोपेडिक सेंटर एंड हॉस्पिटल, ढाका ऑर्थोपेडिक एंड ट्रोमा हॉस्पिटल सीकर, प्रांजल अस्पताल पलसाना, गढ़वाल अस्पताल सीकर, दिव्य ज्योति नेत्र चिकित्सालय सीकर, लाइफ केयर सर्जिकल सेंटर सीकर, गौरव हॉस्पिटल सीकर, राजधानी हॉस्पिटल सीकर।
पड़ेगा असर
सरकार की फ्लैगशिप योजना से जुड़े अस्पतालों का निरीक्षण विभाग को सूचना दिए बिना ही किया गया है। इससे योजना की प्रगति पर सीधा असर पडेगा। इसको लेकर उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी। – डॉ. अजय चौधरी सीएमएचओ सीकर