उन्होंने कहा कि विद्यालयों के विकास के लिए भामाशाह का सहयोग जरूरी हैं। उप निदेशक ने एसआईक्यूई के तहत विद्यालय में चल रही गतिविधियों के क्रियान्वयन का भी अवलोकन किया। प्रधानाचार्य राजेन्द्र परिहार ने विद्यालय में संचालित गतिविधियों और भामाशाह द्वारा करवाये गए कार्यो की जानकारी दी। कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों द्ववारा अर्जित ज्ञान की जानकारी लेकर उनका स्तर भी जांचा। उपनिदेशक पदमा सक्सेना ने रांका चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विद्यालय में करवाये गए डॉम समेत लाखो के विकास कार्यो के साथ स्टेडियम आदि का भी निरिक्षण किया। इस दौरान प्रधानाचार्य राजेन्द्र परिहार, व्याख्याता भंवरदान चारण, आशा टाक, केशाराम प्रजापत, केवलराम भाटी, शिरोमणि जांगिड़, मंजू कुमावत मौजूद थे। विद्यालय में आने पर विद्यालय की अध्यापिकाओं ने माला व साफा पहनाकर उनका बहुमान किया।