संघ के सदस्य अरविंद अग्रवाल और मनोज शर्मा ने कहा कि एक अभिभावक होने के तौर पर शिक्षा परिवार के फैसले का सम्मान करते हैं। उनके इस फैसले से कहीं ना कहीं अभिभावकों को भी राहत की सांस मिलेगी और बच्चों के स्वास्थ्य की भी सुरक्षा होगी। पिछले 8 महीनों से प्रतिदिन ऑनलाइन क्लास अटेंड कर बच्चों के स्वास्थ्य पर भी खासा असर पड़ा है। दो तीन घण्टे ऑनलाइन क्लास अटेंड करने से बच्चों के सर में दर्द, आंखों में सूजन, मानसिक कमजोरी की बहुत सी समस्याएं सामने निकलकर सामने आई हैं, जिससे बच्चों और अभिभावकों को राहत मिलेगी। फीस मुद्दे पर अगर बात की जाए तो निजी स्कूल संचालकों के इस फैसले से अभिभावकों के सम्मान को ठेस पहुंची है मंगलवार को कोर्ट में होने वाली इस सुनवाई में भी इस बात को प्रमुखता के साथ रखा जाएगा।