इस मौके पर पायलट ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़े स्तर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का प्रयोग करना पड़ेगा। नए इनोवेशन करने होंगे। चुनौतिपूर्ण समय में हमें स्कूलों और काॅलेजों तक वैज्ञानिक प्रवृत्तियों को और बढ़ाने की आवश्यकता है। यह भवन 4.66 करोड़ रुपए की लागत से बना है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा ने भवन की विशेषताओं की जानकारी दी।
दो साल से तैयार भवन को लेकर 6 जून 2020 को पत्रिका ने खबर पब्लिश की थी। जानकारी अनुसार इस खबर के बाद से विभाग ने जल्द भवन के इनोग्रेशन करने की कवायद तेज कर दी थी। पढ़िए 6 जून की खबर –
https://www.patrika.com/special-news/science-and-technology-department-rajasthan-science-park-jaipur-dst-6169855/ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग फिलहाल बनीपार्क स्थित मिनी सचिवालय में संचालित हो रहा है। यहां पर स्पेस कम होने से कई प्रकार की समस्याएं आ रही है। ऐसे में लंबे समय से विभाग को शिफ्ट करने की कवायद चल रही थी। जानकारी अनुसार, भवन को बनाने वाले सार्वजनिक निर्माण विभाग और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बीच फर्नीचर लगाने को लेकर विवाद चल रहा था। इस कारण भवन का उदघाटन समय पर नहीं हो पाया।