केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने पुलिस अधिकारियों, पीड़ित और लोगों से बातचीत के बाद इस घटना की फास्ट ट्रेक कोर्ट से जांच कराने तथा पीड़ित को पूरा मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के पास घटना की जानकारी आ गई थी लेकिन पुलिस ने उसे छुपाने का प्रयास किया है। यह घटना प्रदेश को शर्मसार करने वाली है। प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे हैं, एससी, एसटी के साथ ही नाबालिकों पर भी अत्याचार बढ़े हैं। यहां की सरकार दो गुटों में बंट गई है। सरकार के दो ध्रुव बने हुए हैं एक सीएम और दूसरा डिप्टी सीएम। चूंकि इस घटना की सीधी जिम्मेदारी गृहमंत्री की है और गृहविभाग मुख्यमंत्री के पास है तो इसकी जिम्मेदारी सीएम पर आती है। यह घटना घटती है तो पुलिस कहती है कि तीन दिन बाद इसका पता उसे कंट्रोल रूम से चला है। आज एडवांस पुलिसिंग का मतलब क्या है। सच तो यह है कि घटना की जानकारी पुलिस के पास आ गई थी लेकिन पुलिस ने उसे छुपाने का प्रयास किया है।
भाजपा की जांच कमेटी के सदस्य एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने घटना की जांच के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा लेकर उन्हें पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना जनता तक पहुंच जाए और पुलिस को पता नहीं चले। घटना के बाद जिस तरह से चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई वह संदेश पैदा करती है, लगता है कि पुलिस ने आगे चलकर यह रिपोर्ट दर्ज करवाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अनुसूचित जाति के खिलाफ उत्पीड़न को लेकर ट्वीट किया है, उन्हें ऐसे सीएम को बर्खास्त करना चाहिए जिसके राज में ऐसी घटनाएं हो रही है और अपराध बढ़ रहे है।ं
भाजपा के जांच दल में शामिल स्थानीय विधायक मोहना राम चौधरी व स्थानीय नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस घटना का दबाने का प्रयास किया है। फिलहाल भाजपा इसे लेकर पूरी तरह कांग्रेस को घेरने का पूरा प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी दलितों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए इस मामले में पूरी सक्रिय है। गुरूवार को रालोपा विधायकों ने विधानसभा में बजट के बहिष्कार करके विधानसभा परिसर में धरना भी दिया था।