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जयपुर

पैसों से ज्यादा आत्मसंतुष्टि जरूरी : भट्ट

‘राजी’, ‘हैदर’ फेम एक्टर अश्वथ भट्ट नाटक ‘एक मुलाकात मंटो से’ प्रस्तुत करने आए जयपुर

जयपुरOct 05, 2018 / 01:16 am

Aryan Sharma

Jaipur

पैसों से ज्यादा आत्मसंतुष्टि जरूरी : भट्ट

जयपुर . फिल्म ‘हैदर’ में जहूर हुसैन, ‘फैटम’ में फिरोज, ‘राज रीबूट’ में त्रिलोक शास्त्री और ‘राजी’ में महबूब सैयद सरीखे किरदारों से अश्वथ भट्ट ने दर्शकों की वाहवाही बटोरी है। अब वह अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘केसरी’ में नजर आएंगे। हालिया रिलीज फिल्म ‘मंटो’ प्रॉसिक्यूटर कासिमी के रोल में दिखे अश्वथ गुरुवार को जयपुर आए। यहां जवाहर कला केंद्र में नाटक ‘एक मुलाकात मंटो से’ प्रस्तुत करने आए भट्ट का कहना है, ‘बॉलीवुड में मेरा काम चुनिंदा रहा है। अब तक मैंने चंद फिल्में की हैं, लेकिन हर फिल्म से चर्चा खूब मिली है। मैं फिल्म चयन से पहले कंटेंट और डायरेक्टर देखता हूं, जो मेरे किरदार को एक्सपेरिमेंटल अंदाज में पेश कर सके। वर्ना मैं भी एक साल में छह-छह फिल्में कर सकता हूं। सच कहूं तो ‘राजी’ के बाद लगभग छह फिल्मों को छोड़ा है। ऐसा नहीं है कि ज्यादा फिल्में करना पसंद नहीं है। मैं पैसे से ज्यादा आत्मसंतुष्टि को पाना बेहतर समझता हूं।’
वह कहते हैं, ‘मुझे पढऩे-लिखने के साथ ही घूमने का शौक रहा है। अभी पढ़ाता भी हूं और थिएटर भी करता हूं। किरदार को खुद से रिलेट कर प्रस्तुत करना प्राथमिकता रहती है।’
अपने दिल की आवाज सुनता हूं
बकौल भट्ट, ‘मेरा जन्म कश्मीर में आर्थिक रूप से सम्पन्न परिवार में हुआ। सिल्वर स्पून में बचपन बीता और लग्जरी कार, बड़ा सा घर हुआ करता था। ऐसे भी दिन आए, जब हमें किराए के घर में रहना पड़ा, इसलिए मुझे पैसे से ज्यादा मोह नहीं है। अपने दिल की आवाज सुनकर आगे बढ़ता हूं। दोस्ती-यारी में जरूर कुछ काम कर लेता हूं। ‘राज रीबूट’ की थी। प्रोजेक्ट्स को लेकर बहुत सलेक्टिव रहा हूं। वही काम करना पसंद करता हूं, जो दिल को छूता है। थिएटर मेरे सबसे नजदीक है, इसलिए इससे कभी दूर नहीं होउंगा। बतौर एक्टर, प्रोड्यूसर और बैक स्टेज मेरी सेवाएं यहां लगातार जारी रहेंगी। अभी अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘केसरी’ पूरी की है।
पिता से मिली तारीफ
भट्ट का कहना है कि पहली बार जब मंटो प्रोजेक्ट आया, तो उनकी बुक पढऩे लगा और लगातार सात दिन उनके लिखे को ही पढ़ता रहा। इसके बाद ‘ठंडा गोश्त’ प्ले किया’। वैसे तो पिता मेरे काम में इंटरेस्ट नहीं दिखाते, लेकिन जब उन्होंने यह प्ले देखा तो तारीफ की। पहली बार हमने मंटो को लंदन में प्रस्तुत किया था।

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