जयपुर जिला प्रशासन ने सेना के अधिकारियों को भर्ती रैली के लिए जगह देने के लिए असमर्थता जताई थी। जिसकी वजह से इस बार टोंक, सीकर और जयपुर के अभ्यर्थियों की एक ही जगह सेना भर्ती रैली करवाने का फैसला किया गया था। आपको बता दें कि आमेर के सीआईएसएफ के मैदान पर होने वाली भर्ती पिछली बार विद्याधर नगर स्टेडियम में की गई। जयपुर जिला प्रशासन ने आमेर सीआईएसएफ और राज्य क्रीड़ा परिषद को पत्र लिखकर 14 से 24 अक्टूबर के बीच होने वाली सेना भर्ती रैली के लिए जगह देने के लिए आग्रह किया था, लेकिन सीआईएसएफ ने इस दौरान पहले से बुक होने का हवाला दिया। वहीं, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के अधिकारियों ने अलग-अलग दिन खेल प्रतियोगिता होने के कारण स्टेडियम का खेल मैदान देने से इनकार कर दिया। दोनों जगह से असमर्थता का पत्र मिलने के बाद जयपुर जिला प्रशासन ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
नुकसान का हवाला
राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद ने पिछली बार हुई सेना भर्ती का हवाला देकर कहा कि सेना भर्ती से स्टेडियम को काफी नुकसान होता है । उसकी बाउंड्री वाल तोडऩी पड़ती है । जिसका खामियाजा आज तक भुगतना पड़ रहा है । ना तो बाउंड्री वॉल बनवाई गई और ना ही स्टेडियम का खेल मैदान सही करवाया गया। इसलिए सेना भर्ती के लिए खेल मैदान नहीं दिया जा सकता। बड़ा सवाल उठता है जब नेताओं की लाखों की रैलियों के लिए अधिकारी पलक पावड़े बिछाने को तैयार रहती है।पार्किंग से लेकर हर एक इंतजाम के लिए आलाधिकारी मौजूद रहते हैं लेकिन जब बेरोजगारों की बात हो तो उसके लिए जगह नहीं होती है और नुकसान का हवाला दिया जाता है।
कुण्डा में ही सेना भर्ती प्रक्रिया जयपुर ग्रामीण के सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने 14 से 24 अक्टूबर तक होने वाली सेना भर्ती के लिए जयपुर जिले के अभ्यर्थियों को सीकर जाने पर चिंता जाहिर की। इस विषय पर मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है। राठौड़ ने कहा इससे जिले के अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, और इसीलिए इस सम्बन्ध में उन्होंने डी.जी., सीआईएसएफ. से बात की है, डीजी. ने अक्टूबर-नवम्बर माह में सीआईएसएफ. कुण्डा (आमेर) में सेना भर्ती प्रक्रिया के शुरू करने की बात कही है।