उसने फोन रिसीव नहीं किया। तब दुकान पर काम करने वाले बाबूलाल को घर भेजा, वहां सुशीला बेहोश थी। आरोपी काले ने सहयोगी दिलीप की सहायता से सुशीला के दोपहर के खाने में दही में 12 नींद की गोलियां मिलाना स्वीकार किया है।
चोरी करके नेपाल भागने की प्लानिंग थी खाना खाते ही बेहोश होने पर दोनों आरोपित अलमारी में रखे गहने, डाइमंड सेट, इयर रिंग के साथ 37 हजार रुपए चोरी कर ले गए। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चोरी की योजना एक-दो महीने पहले ही बना ली थी। साथ ही चोरी करके नेपाल भागने की प्लानिंग थी।
थानाधिकारी ने बताया कि कालू ने घटना के बाद फोन बंद कर दिया था। पीडि़त के घर से दिलीप का नंबर मिला। दिलीप की 16 जनवरी से पहले की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला दोनों सम्पर्क में है और लोकेशन बनीपार्क एरिया में आ रही है।
यों आए पकड़ में
पुलिस ने बताया कि बड़ोदिया बस्ती के आस-पास दोनों आरोपियों की फोटो दिखाई तो एक व्यक्ति ने दिलीप को पहचान लिया। दिलीप अक्सर एक चाय की थड़ी पर आता था। टीम ने चाय की थड़ी पर जाकर उसके दोस्तों से पूछताछ की तो दिलीप का पता मालूम चला। वहां जाकर देखा तो वह घर पर नहीं था। पुलिस ने दोस्तों के जरिए दिलीप को बुलवाया वहां थोड़ी देर में कालू भी आ गया।
फोटो— प्रतीकात्मक तस्वीर