दरअसल झुंझुनूं में सेठ मोतीलाल कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश झाझड़िया अपने एक साथी संजीव के साथ केहरपुरा से भड़ौंदा खुर्द की ओर आ रहा था, वह ज्यों ही सड़क पर आया, तो सामने खड़ी एक कैंपर गाड़ी ने अचानक लाइट जलाई और राकेश की गाड़ी को टक्कर मारी। हमले को भांपकर राकेश झाझड़िया ने अपनी गाड़ी को पीछे दौड़ाना चाहा, लेकिन पहले से ही पीछे खड़ी एक और कैंपर ने भी राकेश की गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी। दोनों तरफ से घिरे राकेश झाझड़िया को हमलावरों ने घेर लिया और गाड़ी से उतारकर सरियों से बुरी तरह मारपीट की।
इधर, घटना की सूचना मिलने पर एसएफआई जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर, पूर्व सरपंच संजीव तोगड़ा कलां और सरपंच प्रतिनिधि अजीत भांबू समेत अन्य छात्रनेता पहुंचे। उनका कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों को अरेस्ट नहीं करती वे लोग शव नहीं उठाएंगे। साथियों का आरोप है कि चुनाव के समय उन्हें धमकियां मिल रही थी। पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी। यहां तक पुलिस को धमकियां देने वालों के नाम तक दिए गए थे। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।