स्कूल ने भेजे 120 नंबर, लिखित परीक्षा में आए केवल 7 केस 1: नागौर के लाडनूं ब्लॉक के एक छात्र के सत्रांक स्कूल ने 120 में से 120 भेजे। जबकि छात्र के लिखित परीक्षा में सारे विषयों को मिलाकर केवल सात नंबर आए। छात्र के कुल 127 नबंर आए। वह फेल हुआ।
केस 2: जयपुर के एक निजी स्कूल ने भी छात्र के सत्रांक हर विषय में 19 या 20 भेजे। इस प्रकार छात्र के सत्रांक 1117 भेजे गए। मगर छात्र के लिखित परीक्षा को मिलाकर 150 नंबर ही आए। छात्र फेल हुआ।
केस 3: अजमेर जिले के शहरी क्षेत्र में एक स्कूल ने छात्र के सत्रांक 119 भेजे। वहीं छात्र के मुख्य परीक्षा के दौरान कुल नंबर 200 से भी कम आए। इसमें छात्र पास नहीं हो पाया।
12वीं में भी ऐसे मामले 12वीं कक्षा के परिणाम में भी ऐसे ही मामले मिले थे। स्कूलों ने विज्ञान जैसे विषय में छात्रों को प्रायोगिक सत्रांक में पूरे नंबर भेजे मगर छात्र लिखित परीक्षा में 33 फीसदी नंबर भी नहीं ला पाए।
वासुदेव देवनानी, शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के कुछ मामले सामने आए हैं। इनकी जांच करेंगे। भविष्य में कार्यवाही करेंगे।