मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र में रहने वाले आनंद कुमार ऑनलाइन टिकट बनाने का काम करते हैं। आनंद के एसबीआई बैंक के खाते में अचानक बैलेंस कम होने का मैसेज आया। आनंद ने जांच की तो पता चला कि एटीएम के जरिए यह ट्रांजेक्शन किया गया है, लेकिन एटीएम को हैंक करने के कारण मैसेज नहीं आ सका है और जांच की गई तो पता चला कि ट्रांजेक्शन डॉलर में किया गया है। अमरीका बैठे किसी व्यक्ति ने चार बार सौ डॉलर और दो बार पचास डॉलर की खरीदारी एटीएम कार्ड के जरिए की है। आनंद के खाते से कुल पच्चीस हजार छह सौ रुपए निकाले गए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बैंक अफसर बनकर ठग कर रहे हैं ठगी
उधर बैंक अफसर बनकर खाते बंद होने की जानकारी देकर ठगी करने वाले ठग सक्रिय हैं। खो-नागोरियान थाना क्षेत्र में रहने वाले भगवान सहाय के खाते से ठगों ने रुपए निकाल लिए। बैंक अफसर बनकर भगवान सहाय को फोन किया गया था। प्रताप नगर में रहने वाले सुमित जैन के खाते से भी इसी तरह से बीस हजार रुपए पार हो गए। सोड़ाला में रहने वाले ओमप्रकाश के खाते से भी ठगों ने चालीस हजार रुपए पार कर लिए।
उधर बैंक अफसर बनकर खाते बंद होने की जानकारी देकर ठगी करने वाले ठग सक्रिय हैं। खो-नागोरियान थाना क्षेत्र में रहने वाले भगवान सहाय के खाते से ठगों ने रुपए निकाल लिए। बैंक अफसर बनकर भगवान सहाय को फोन किया गया था। प्रताप नगर में रहने वाले सुमित जैन के खाते से भी इसी तरह से बीस हजार रुपए पार हो गए। सोड़ाला में रहने वाले ओमप्रकाश के खाते से भी ठगों ने चालीस हजार रुपए पार कर लिए।
आईफोन के चक्कर में जमा कराए पैंतीस हजार रुपए
इधर हरमाड़ा में रहने वाले नितेश कुमार से ठगों ने पांच बार में पैंतीस हजार रुपए ठग लिए। दरअसल नितेश को दो आईफोन-7 खरीदने का लालच दिया गया था। दोनों फोन को आधी कीमत में बेचने की बात की गई थी। नितेश का कहना है कि दोनों फोन के बदले ऑनलाइन पेमेंट के जरिए चार बार में पैंतीस हजार रुपए जमा भी कराए, लेकिन उसके बाद फोन नहीं आए। जिन भी मोबाइल नंबर पर बात हुई वे सभी अब बंद आ रहे हैं।
इधर हरमाड़ा में रहने वाले नितेश कुमार से ठगों ने पांच बार में पैंतीस हजार रुपए ठग लिए। दरअसल नितेश को दो आईफोन-7 खरीदने का लालच दिया गया था। दोनों फोन को आधी कीमत में बेचने की बात की गई थी। नितेश का कहना है कि दोनों फोन के बदले ऑनलाइन पेमेंट के जरिए चार बार में पैंतीस हजार रुपए जमा भी कराए, लेकिन उसके बाद फोन नहीं आए। जिन भी मोबाइल नंबर पर बात हुई वे सभी अब बंद आ रहे हैं।