scriptराजस्थान के बिजलीघरों मं कोयले की कमी, 6 कंपनियों से खरीदेंगे 1785 मेगावाट सौर ऊर्जा | Shortage of coal, will buy 1785 MW of solar power from 6 companies | Patrika News
जयपुर

राजस्थान के बिजलीघरों मं कोयले की कमी, 6 कंपनियों से खरीदेंगे 1785 मेगावाट सौर ऊर्जा

राज्य विद्युत विनियामक आयोग में खरीद दर निर्धारण के लिए लगाई याचिका

जयपुरOct 01, 2022 / 05:38 pm

Bhavnesh Gupta

राजस्थान के बिजलीघरों मं कोयले की कमी, 6 कंपनियों से खरीदेंगे 1785 मेगावाट सौर ऊर्जा

राजस्थान के बिजलीघरों मं कोयले की कमी, 6 कंपनियों से खरीदेंगे 1785 मेगावाट सौर ऊर्जा

जयपुर। कोयला संकट के हल्ले के बीच ऊर्जा विकास निगम 1785 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदेगा। इसके लिए सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इण्डिय़ा (सेकी) के माध्यम से छह कंपनियों से अनुबंध किया गया है। अनुबंध 20 साल के लिए है। बिजली खरीद 2.17 व 2.18 रुपए प्रति यूनिट की दर से मिलेगी। जबकि, 7 पैसे प्रति यूनिट सेकी को ट्रेडिंग चार्ज के रुप में देने होंगे। हालांकि, सामान्य उपभोक्ताओं को बिजली सात से आठ रुपए यूनिट पर ही मिलेगी। ऊर्जा विकास निगम ने टैरिफ दर फाइनल कराने के लिए राज्य विद्युत विनियामक आयोग में याचिका दायर की है।
अफसरों का यह तर्क

लम्बी अवधि के अनुबंध पर सवाल उठते रहे हैं। क्योंकि, कुछ वर्ष बाद ही बिजली खरीद दर में कमी आ आती रही है, लेकिन अनुबंध में बंधे रहने के कारण डिस्कॉम्स को मजबूरन महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है। उधर, अफसरों ंका तर्क है कि कम अवधि का अनुबंध करते तो खरीद दर और ज्यादा आती।
सेकी के जरिए इनसे होगी खरीद

कंपनी—–क्षमता(मेगावाट) —टैरिफ (रु. प्रति यूनिट)

कैल्पाइन सब्सिको सोलर एनर्जी- 90— 2.17

रिन्यू सोलर पावर- 600———— 2.17

मेटका इंजी. सिंगापुर होल्डिंग- 20—- 2.17

एसीएमई सोलर होल्डिंग- 375——-2.18
राजस्थान को छत्तीसगढ़ से कोयला है बंद

-छत्तीसगढ़ में राज्य विद्युत उत्पादन निगम को आवंटित खदान (पारसा ईस्ट-कांटा बासन कोल ब्लॉक) में कोयला खत्म हो चुका है। कुछ कोयला बचा था, वह भी स्थानीय लोगों के आंदोलन के कारण नहीं आ पा रहा है।
-छत्तीसगढ़ के सरगूजा में ही एक्सटेंशन के तौर पर 841 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खदान आवंटित है। केन्द्र और छत्तीसगढ़ सरकार ने खनन की अनुमति भी दे दी, लेकिन कुछ एनजीओ और स्थानीय लोग विरोध के कारण काम शुरू नहीं हो सका। अब तो छत्तीसगढ़ सरकार भी विरोध करने वालों के दबाव में है।
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