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जयपुर

‘सिम उन्नति’ बनाएगी किसानों को उन्नत

वैज्ञानिकों ने विकसित की मेन्था की नई प्रजाति15 से 20 प्रतिशत अधिक होगा उत्पादन

जयपुरFeb 24, 2020 / 08:40 pm

Suresh Yadav

'सिम उन्नति' बनाएगी किसानों को उन्नत

‘सिम उन्नति’ बनाएगी किसानों को उन्नत

जयपुर।
किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में केन्द्र सरकार की ओर से घोषित किए गए बजट में भी किसानों के जीवन को उन्नत बनाने को लेकर विभिन्न प्रकार की योजनाएं और रियायतें दी गई थी। जिसका उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना था। इसी क्रम में भारतीय वैज्ञानिकों ने मेन्था की एक ऐसी प्रजाति विकसित की है जिससे किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन और लाभ मिल सकेगा।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मेन्था की ‘सिम उन्नतिÓ नामक इस नई प्रजाति से एक हेक्टेयर में 190 किलोग्राम तक सुगंधित तेल प्राप्त किया जा सकता है। यही नहीं इस प्रजाति की फसल 100 से 110 दिनों में तैयार हो जाती है। इससे 75 प्रतिशत मेंथॉल और एक प्रतिशत से ज्यादा सुगंधित तेल प्राप्त किया जा सकता है, जो मेन्था की दूसरी प्रजातियों की अपेक्षा 15 से 20 प्रतिशत अधिक है। किसानों के लिए इस प्रजाति को हाल ही में लखनऊ के केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान (सीमैप) में आयोजित किसान मेले में किसानों के लिए जारी किया गया।
सीमैप के वैज्ञानिक डॉ. मनोज सेमवाल ने बताया कि एक लीटर मेन्था के तेल की कीमत करीब 800 रुपए है। इस तरह एक हेक्टेयर में ‘सिम उन्नतिÓ की खेती से डेढ़ लाख रुपए से अधिक की आमदनी हो सकती है।
उन्होंने बताया कि हमाारा उद्देश्य मेन्था की खेती को बढ़ावा देना है ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए सीमैप किसानों को मेन्था की ‘सिम-कोशीÓ प्रजाति भी उपलब्ध करा रहा है। एक हेक्टेयर में मेन्था की खेती से 140 लीटर से 150 लीटर तक तेल प्रदान करने वाली यह मेन्था की सबसे अधिक पैदावार देने वाली प्रजाति है। किसानों को यह उन्नत प्रजाति अरोमा मिशन के तहत मुहैया करायी जा रही है।
सीमैप के कार्यकारी निदेशक डॉ. अब्दुल समद का कहना है कि सीमैप द्वारा बनाए गए तीन उत्पादों-सिमकेश हेयर ऑयल, सिम-मृदा शक्ति तथा सोरियासिम क्रीम भी तैयार किए गए हैं। सिमकेश हेयर ऑयल एंटी डैंड्रफ तेल है, जो रूसी रोकने, बालों को पोषण देने, मजबूती प्रदान करने और बालों के झडऩे से रोकता है। जबकि, सिम-मृदा शक्ति मिट्टी के गुणों को बढ़ाने के लिए उपयोग होने वाला एक पूरक उत्पाद है। कार्बन तत्वों से युक्त इस उत्पाद में उच्च जल धारण क्षमता के गुण मौजूद हैं।
समद का कहना है कि सिम-मृदा शक्ति मिट्टी में कार्बन का संचय अधिक समय तक करता है। इसको सुगंधित पौधों से निकले अपशिष्ट पदार्थों से बनाया गया है। सिम-मृदा शक्ति न केवल विषाक्त धातुओं का पौधों में अवशोषण रोकता है, बल्कि उपज को भी बढ़ाता है। किसान स्वयं इसे 15 रुपये प्रति किलोग्राम की कम लागत में बना सकते हैं। वहीं, सोरियासिम क्रीम त्वचा रोगों को कम करने में महत्वपूर्ण रूप से प्रभावी पाई गई है।

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