भारतीय टीम के लिए पांचवें और आखिरी दिन लक्ष्य हासिल करना आसान चुनौती नहीं होगा। खासतौर पर पहला सत्र काफी मुश्किल होगा योंकि नई गेंद से ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज कहर बरपा सकते हैं।
यदि भारतीय टीम पहले सत्र में अच्छा प्रदर्शन करती है, तभी यह तय होगा कि उसकी आगे की रणनीति मैच जीतने की होगी या फिर मैच ड्रॉ कराने की रहेगी। मीडियम पेसर शार्दुल को जब दो साल के बाद गाबा टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में शामिल किया गया तो कई लोगों ने इसे गलत फैसला बताया। दिग्गजों का मानना था कि उनके स्थान पर कुलदीप यादव को मौका मिलना चाहिए था। लेकिन शार्दुल ने गेंद और बल्ले से आलोचकों को गलत साबित कर दिया।
करियर का सिर्फ तीसरा टेस्ट मैच खेल रहे मोहमद सिराज ने दूसरी पारी में तूफानी गेंदबाजी का नजारा पेश किया। उन्होंने पांच विकेट चटकाए जिसमें से तीन विकेट ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष बल्लेबाजों के रहे। इसके साथ ही उन्होंने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और पहली बार पारी में पांच विकेट हासिल किए।