इस तरह की कार्रवाई-
सीएसटी टीम ने मुरलीपुरा थाना पुलिस के सहयोग से समर्थ मेड़िकल स्टोर पर बोगस ग्राहक बनकर रेमडेसिविर इंजेक्शन के दो इंजेक्शन मंगवाए जाने पर कार्यवाही करते हुये आरोपी मुरलीपुरा निवासी जयप्रकाश वर्मा पुत्र सीताराम, दलवीर सिंह पुत्र रामनारायण, शंकर माली पुत्र गिर्राज, विद्याधर नगर निवासी विकास मित्तल पुत्र मुरारीलाल, अयोध्यापुरी हरमाड़ा निवासी बसंत कुमार जांगिड पुत्र महेश कुमार, वृन्दावन विहार कॉलोनी हरमाड़ा निवासी विक्रम गुर्जर पुत्र वामचंद को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 4 रमेडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए हैं।
पुलिस ने बताया कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 में दर्ज किया गया। उक्त कार्रवाई की सूचना संबंधित औषधि नियंत्रण अधिकारी को दी गई। जब्तशुदा इंजेक्शन वायल असली है अथवा नकली, इस संबंध में औषधि नियंत्रक एवं पुलिस का अनुसंधान जारी हैं। निर्माता कंपनी द्वारा बैच नंबर उत्पादन दिनांक एवं एक्सपायरी का मिलान किए जाने पर सिद्ध किया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि समर्थ मेडिकल स्टोर का मालिक जयप्रकाश वर्मा हैं। क्राइम ब्रांच की सीएसटी ने बोगस ग्राहक बनकर रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने पर प्रति इंजेक्शन के 15 हजार रुपए में देना तय होने पर मेडिकल स्टोर मालिक जयप्रकाश वर्मा को दलवीर सिंह नाम के व्यक्ति ने दो इंजेक्शन लाकर दिए।
– आरोपी दलवीर ने यह इंजेक्शन विकास मित्तल से लाना बताया। विकास मित्तल को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बसंत जांगिड़ से लेना बताया पुलिस ने बसंत जांगिड़ से पूछताछ की तो उसने विक्रम गुर्जर और शंकल माली से लेना बताया।
– विक्रम गुर्जर और शंकर माली गुड़गांव से 725 रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदत कर लाए जो जयपुर शहर में ऊंची कीमतों पर दलालों के मार्फत बेचा करते हैं।
– पूछथाछ में खुलासा हुआ कि आरोपी इंजेक्शन को 15 हजार रुपए में बेचते थे। इंजेक्शन के खरीद और बेचान करने के संबंध में आरोपियों को पास कोई लाइसेंस नहीं होना बताया हैं। पुलिस थाना मुरलीपुरा में अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी हैं।
कोतवाली थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी और ऊंची कीमतों पर बेचने के मामले में भोपाला थाना जमवारामगढ़ हाल फिल्म कालोनी कोतवाली निवासी रामावतार यादव को गिरफ्तार कर लिया।