चारदीवारी में शुद्ध पेयजल 24 घंटे उपलब्ध करवाने के लिए जयपुर स्मार्ट सिटी लि. ने 52 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया है। जलदाय विभाग के सहयोग से यह काम करवाया जाएगा। प्रोजेक्ट में नई पाइपलाइन बिछाने, पानी की शुद्धता पर निगरानी के लिए ऑटोमेटिक वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगाने और पानी की सप्लाई कहां कितनी हुई, इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए स्मार्ट रीडिंग मीटर लगाने का प्लान है।
यूं ख्वाब दिखाकर हो गए फुर्र जीपीएस सिस्टम का हर माह का बिल करीब 200 से 250 रुपए आने की संभावना है, जो पानी के हर माह आने वाले बिल के लगभग बराबर होगा। इसे देखते हुए फैसला किया कि स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। इसके लिए भी अफसर तर्क दे रहे है कि पानी के बिल के अतिरिक्त जीपीएस सिस्टम के बिल का भुगतान करने में जनता आनाकानी करेगी।
इस योजना में स्मार्ट मीटर लगाकर पानी की सप्लाई पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के प्रावधान को खत्म कर दिया गया। तर्क दिया गया है कि मीटर लगाने और उसें जीपीएस सिस्टम जोडऩे पर करीब 3-4 हजार रुपए प्रति मीटर का खर्च आएगा।
यह है प्रोजेक्ट… – प्रोजेक्ट पर 50 करोड़ की लागत आएगी। इसमें अजमेरी गेट, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया, गणगौरी बाजार, किशनपोल बाजार, तालकटोरा, पौण्ड्रिक उद्यान, कंवर नगर, जौहरी बाजार हवामहल के आस-पास के क्षेत्र में चौबीस घंटे पानी सप्लाई का दावा।
– प्रोजेक्ट के लिए अलग से करीब 40 किलोमीटर लम्बाई में नई पाइपलाइनें बिछाई जाएगी, जो मेटल की होगी। – इसमें कोई भी व्यक्ति लाइन को पंक्चर करके अवैध रूप से पानी नहीं ले सकेगा।
– पानी सप्लाई के पम्पिंग स्टेशन को सुधारा जाएगा और गुणवत्ता जांच के लिए जगह-जगह ऑटोमैटिक वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगेंगे। – वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए जगह-जगह पानी में क्लोरीन, फ्लोराइड, नाइट्रोजन के स्तर की जांच की जाएगी।