आपको बता दें कि हाड़ौती संभाग, प्रतापगढ़, धौलपुर समेत अन्य कई स्थानों पर जहां अतिवृष्टि और बाढ़ जैसी स्थितियों से किसानों की फसल तबाह हो गई हैं। लोग बेघर हो गए हैं। राज्य में अजमेर, बूंदी, चित्तौड़गढ, झालवाड़, कोटा, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद ये आठ जिले ऐसे हैं जहां अब तक असामान्य बारिश हुई है। जबकि 12 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इन जिलों में बांसवाड़ा, बांरा, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, जयपुर, झुन्झुनू, जोधपुर, पाली, सवाईमाधोपुर, टोंक, सीकर और उदयपुर शामिल हैं।
आठ जिलों में सामान्य बारिश
राज्य के 33 जिलों में से 8 जिलों में ही सामान्य बारिश हुई है। इनमें बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, दौसा, धौलपुर, जैसलमेर, जालौर और सिरोही शामिल हैं। वहीं, अलवर, भरतपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और करौली में सामान्य से कम बारिश अभी तक हुई है।
बांधों के भराव की यह स्थिति
राजस्थान के अधिकांश जिलों में मानसून मेहरबान रहा है। राज्य कें कुल 810 बांध हैं। इनमें से 398 पूरे भर चुके हैं। 244 बांध आंशिक रूप से भरे हैं जबकि 168 बांध अभी खाली हैं। प्रदेश में 41 फीसदी से अधिक बारिश होने पर यह हाल हैं। दक्षिणी पश्चिमी मानसून ने राजस्थान में 2 जुलाई को प्रवेश किया था। 19 जुलाई तक मानसून पूरे प्रदेश में छा गया था और इसके बाद राज्य में अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था।