बरूआ ने कहा कि बैडमिंटन लीग सबसे पहले महाराष्ट्र में शुरू हुई और उसके बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गई। ऑयल इंडिया जोधपुर में उप महाप्रबंधक असम निवासी बरूआ ने कहा कि लीग में छह टीमें होंगी, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित खिलाड़ियों को शामिल किया जाएगा। चयन प्रक्रिया राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले टूर्नामेंट व उनकी रैंकिंग के आधार पर होगी। बाद में टीमों की संख्या आठ तक हो सकती है। दो पेशेवर टीमें भी इसमें शामिल करने का विचार है। बरूआ राज्य बैडमिंटन संघ की कोचिंग समिति के भी चेयरमैन हैं। उन्होंने कहा कि कोचिंग व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा।
राज्य संघ के सचिव के.के. शर्मा ने यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में बन रही एकेडमी के लिए खेलमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि इससे राज्य के खिलाड़ियों को बहुत लाभ मिलेगा। शर्मा ने बताया कि राजस्थान के कई खिलाड़ी प्रदेश से बाहर एकेडमियों में कोचिंग ले रहे हैं। यदि उन्हें गुलाबीनगर में सुविधा मिले तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि यदि पूर्व ऑल इंग्लैंड चैम्पियन प्रकाश पादुकोण या पुलेला गोपीचंद को एकेडमी की जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो राज्य में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार होंगे। दोनों की एकेडमियों से कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सामने आए हैं। पी.वी. सिंधु की सफलता तो जग-जाहिर है। राष्ट्रीय कोच गोपीचंद व युगल विशेषज्ञ खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा एकेडमी के लिए जयपुर का दौरा भी कर चुके हैं।