गहलोत की तरह अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी मंगलवार को केंद्र से गेहूं की अतिरिक्त सपलाई की मांग की है। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में 80 प्रतिशत गरीबों को रियायती खाद्य सामग्री मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र केवल चावल मुफ्त में दे रहा है, लेकिन हमने केंद्र से गेहूं और दाल की भी मांग की है ताकि आपूर्ति होने पर हम जरूरतमंद लोगों तक इसे पहुंचा सकें। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अनाज वितरण के लिए नियमों को सरल करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि जिसके पास राशन कार्ड नहीं है, उसे भी अनाज देने के लिए नियमों में छूट दी जाए। गर्मी बढ़ने के साथ तैयार खाना जल्द खराब होगा, इसीलिए जरूरतमंदों को अनाज देना बेहतर होगा। ऐसे में चावल के साथ गेहूं भी सरकार उपलब्ध कराए और दाल भी दे ताकि अनाज वितरण हो सके।
गहलोत और उद्धव ठाकरे से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मोदी सरकार से अनाज वितरण की मांग उठा चुके हैं। राहुल ने कहा था कि देश के गोदामों में अनाज सड़ रहा है और लाखों लोग भूखे पेट इंतजार कर रहे हैं। इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएं। ये उन सभी के लिए हो, जो इस लॉकडाउन में अन्न की कमी से जूझ रहे हैं।