कांग्रेस के मंत्री और विधायकों डर है कि अगर उनके क्षेत्र से प्रत्याशी पिछड़ता है तो कहीं उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष की नाराजगी का सामना नहीं करना पड़ जाए। मंत्रियों, विधायकों के साथ ही 25 सीटों के कांग्रेस प्रत्याशी भी अपने समर्थकों के जरिए फीडबैक लेने में जुटे हुए हैं। वैसे कांग्रेसी नेता एग्जिट पोल को भ्रामक बताकर सिरे से खारिज भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सीएम अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने कहा है कि चुनावों में कांग्रेस की अच्छी स्थिति रहेगी। एग्जिट पोल ( Exit Polls 2019 ) में पहली बार ऐसी स्थिति नहीं बनी। कई बार पहले भी एग्जिट पोल ( Loksabha Exit Polls 2019 ) पूरी तरह गलत साबित हुए हैं। 2004 के लोस चुनाव ( lok sabha election 2019 ) में वाजपेयी की सरकार थी। तब भी इंडिया शाइनिंग का माहौल बनाया गया था, लेकिन सरकार यूपीए की बनी। एग्जिट पोल हमेशा अधिकांश रूप से गलत ही साबित हुए हैं।