वहीं, बढ़ती कुत्तों की संख्या के साथ ही निगम आवारा श्वानों का बधियाकरण भी करने में फेल हो रहा है। निगम अधिकारी रोज 30 से 35 श्वानों के बधियाकरण का दावा कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी शहर में श्वानों की संख्या बढ़ रही है, जो निगम के दावों की पोल खोल रही है।
चार दिन पहले मुहाना मंडी के गणेश नगर में श्वानों ने एक बच्चे को काटा था। वहीं, पर शनिवार को छह साल की माही को फिर से श्वानों ने अपना शिकार बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुकान पर चॉकलेट लेने जाते समय आधा दर्जन श्वानों ने बच्ची पर हमला कर दिया। एकाएक हुए हमले से बच्ची गिर गई और शरीर पर दर्जन भर से अधिक घाव हो गए। पिता संतोष अग्रवाल ने बताया कि मानसरोवर के निजी अस्पताल के आईसीयू में माही को भर्ती कराया है। लोगों के मुताबिक बीते तीन दिन से नगर निगम में फोन करने के बावजूद वहां से कोई टीम श्वानों को पकडऩे नहीं आई।
गौरतलब है कि बुधवार को इसी कॉलोनी में दक्ष जैन पर भी श्वानों के झुंड ने हमला कर दिया था, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इधर, मालवीय नगर के सेक्टर 5 में खेल रहे बच्चों को श्वानों ने काट लिया। सुरक्षा एवं जन कल्याण समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि निगम में कई बार शिकायत कर चुके, लेकिन श्वानों को कोई भी पकडऩे नहीं आया है।
निगम देता नियमों का हवाला
निगम के अधिकारियों के अनुसार उनके पास श्वानों को पकड़कर बाहर ले जाने की अनुमति नहीं है। कोर्ट के आदेशानुसार बधियाकरण के बाद श्वानों को उसी जगह छोडऩा होता है, जहां से उसको ले जाया गया होता है।