हरीश खाडिय़ा का कहना है कि राजस्थान विवि के स्वर्णिम भविष्य की ओर बढऩे के लिए स्वच्छ चुनाव आवश्यक हैं। अधिकाधिक छात्र मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें इसके लिए विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। साथ ही यह भी जरूरी है कि छात्र छात्राओं को निर्भीक होकर वोट डालने का माहौल मिले।
रघुवेन्द्र योगी ने कहा, स्वच्छ माहौल के प्रति जागरूक होने के बावजूद कुछ छात्र मतदाता अपने प्रतिनिधियों के साथ मिलकर शक्ति प्रदर्शन के नाम पर उपद्रव करते हैं, हुड़दंग मचाते हैं और माहौल खराब करते हैं। जो बिल्कुल सही नहीं है।
धीरज कुमार पारीक ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मतदान करने वाले छात्रों की होती है। मतदाता छात्र को स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशी को चुनना चाहिए। प्रत्याशी के साथ-साथ छात्रों का भी कत्र्तव्य है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कॉलेज या विवि की गरिमा बनाए रखें, जिससे निर्धारित नियमों के अनुसार चुनाव शांति पूर्ण सम्पन्न हो सकें।
जतिन सैनी ने कहा, छात्र मतदाता इन चुनावों के प्रति जागरूक हैं और चुनाव में स्वच्छ माहौल बनाने का प्रयास भी करते हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व धनबल का प्रयोग करते हैं इस वजह से कई बार चुनाव के दौरान लड़ाई झगड़े, हुड़दंग देखने को मिलते हैं।
सियान मीणा का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव में हर बार 75 फीसदी से ज्यादा मतदान होता है जो साबित करता है कि छात्र मतदाता कितने जागरुक हैं। लेकिप कुछ असामाजिक तत्व माहौल बिगाडऩे का प्रयास करते हैं फिर भी पिछले कुछ बार से चुनाव शांतिपूर्ण हो रहे हैं। उम्मीद है इस बार भी ऐसा ही होगा।