ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि राजकीय या सरकार से संबंधित सभी कामों, सरकारी नौकरियों, उच्च पदों, मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए सूर्य देव का आशीर्वाद बहुत जरूरी है। कुंडली में सूर्य अनुकूल होने से इन सभी की प्राप्ति सहज रूप से हो जाती है पर सूर्य प्रतिकूल हो तो उपरोक्त कार्यों में असफलता मिलती है। ऐसी स्थिति में सूर्य देव की नियमित पूजा—पाठ से उन्हें मजबूत बनाया जा सकता है।
चूंकि सूर्यपूजा के लिए पौष माह श्रेष्ठ है इसलिए इसका अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिए। इस माह में सूर्य पूजा का सकारात्मक फल शीघ्र प्राप्त होने लगता है। करियर में उन्नति के लिए भी सूर्यदेव की कृपा जरूरी है। इस वर्ष पौष मास 31 दिसंबर 2020 से शुरू हुआ है जोकि 28 जनवरी 2021 तक चलेगा जारी रहेगा। यदि पूरे महीने पूजा नहीं कर सकते हैं तो पौष मास के रविवार को सूर्य पूजन जरूर करनी चाहिए।
ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए पौष मास में कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं। स्नान के बाद सूर्य देव को तांबे के पात्र से अर्घ्य देना चाहिए। जल में अक्षत, लाल फूल और कुंमकुंम डालें, अर्घ्य देते समय गायत्री मंत्र का जाप करें। रविवार को बिना नमक का भोजन ग्रहण करना चाहिए। विष्णु भगवान का पूजन या हरिवंश पुराण का वाचन करना चाहिए।
सूर्योपासना से आरोग्य प्राप्त होता है, करियर, व्यापार आदि में सफलता मिलती है। राजनीति में करियर बनानेवालों, सरकारी नौकरी या उच्च पद चाहने वालों को सूर्य पूजा जरूर करनी चाहिए। इससे समाज में यश-प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है। सूर्य देव के प्रभाव से शुभ कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है। सभी प्रकार व्यवधान खुद व खुद नष्ट हो जाते हैं।