सीएम गहलोत से हुई फार्मूले पर मंत्रणा — कांग्रेस के संगठन महामंत्री के सी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने अपने दौरे के दौरान मंत्रिमण्डल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन के पदों को लेकर गहन विचार विमर्श किया। सूत्रों के अनुसार दोनों नेता एक फार्मूला लेकर आए थे। इसमें पायलट गुट के विधायकों को मंत्री पद देने और राजनीतिक नियुक्तियों में भागीदारी को लेकर बातचीत हुई है। पायलट गुट अपने कोटे में छह मंत्री बनाना चाह रहा है। वहीं गहलोत छह मंत्री पद देने के लिए राजी नहीं है। वे दो या तीन मंत्री बनाने को राजी है। ऐसे में अभी मशक्कत को लेकर और बैठक हो सकती है। पायलट गुट को मंत्री पद देने के साथ दो संसदीय सचिव भी बनाने की संभावना है। वहीं निर्दलीयों में से दो या तीन और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों में से दो को मंत्री और दो को संसदीय सचिव का पद दिया जा सकता है। कई मंत्रियों की छुट्टी होगी। ऐसे में कईयों की धड़कनें बढ़ी हुई है। मंत्रिमण्डल विस्तार में जातिगत समीकरण, वरिष्ठता और क्षेत्रीय समीकरण भी देखा जा रहा है।
विधायकों को 28 को जयपुर में रहने के निर्देश — कांग्रेस विधायकों को 28 और 29 जुलाई को जयपुर में रहने के निर्देश दिए है। इसको लेकर प्रभारी अजय माकन ने कहा हैं कि वे 28 और 29 को विधायकों से संगठन जिला अध्यक्षों, राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर राय शुमारी करेंगे। माकन ने कल मीडिया से कहा था कि मंत्रिमण्डल फेरबदल व राजनैतिक नियुक्तियां को अभी कोई डेट लाइन नही दी जा सकती हैं। माकन ने कहा कि सब नेताओं ने आलाकमान पर भरोसा जताया हैं। किसी में कोई विरोधाभास नही है। मंत्रिमंडल विस्तार फेरबदल को लेकर उन्होंने कहा सारे फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है जो सोनिया गांधी तय करेंगी वह सबको मान्य होगा।