लॉक डाउन के बाद से अानलाइन ठगी की वारदातें लगातार सामने आ रही थी। आरोपी विभिन्न प्रकार के तरीके अपनाकर लोगों के खाते से रुपए निकाल रहे हैं। वाट्सएप पर लिंक भेजकर उसे खोलने का आग्रह किया जाता, लिंक को खोलने के बाद ओटीपी नम्बर भी मांग लिए जाते। जो भी आरोपियों के झांसे में आ गया, उसके खाते से रुपए पार हो गए। इस प्रकार के दर्जनों की संख्या में केस थाने व विशेष अपराध एवं साइबर शाखा में दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा गत दिनों फोन पे व पेटीएम को हैक कर रुपए निकालने का मामला भी सामने आया था। रजनी गुप्ता नाम की महिला ने किसी प्रकार का लेन-देन बैंक से नहीं किया, फिर भी खाते से 45 हजार रुपए पार हो गए। जानकारी करने पर पता चला कि फोन पे व पेटीएम हैक कर आरोपियों ने रुपए निकाल लिए। इसके अलावा फोन फे का बार कोड ही अानलाइन स्कैन करके भी रुपए खाते से उड़ाए गए।
सावधानी की जरूरत
अॉनलाइन ठगी की वारदातों से बचने के लिए लोगों को सावधानी की जरुरत है। बैंक प्रबंधन कभी भी फोन पर खाते या एटीएम से संबंधित जानकारी नहीं मांगता है। उसे कुछ काम है तो बैंक ही बुलाता है। इस कारण किसी का भी फोन आने पर बैंक से संबंधित जानकारी नहीं दी जानी चाहिए। इसी प्रकार अनजाने नम्बर से वाट्सएप पर आए लिंक को खोलना ही नहीं चाहिए। क्योंकि इस प्रकार के लिंक को खोलते ही रुपए पार होने की वारदात आए दिन सामने आ रही है। बदमाश गिरोह के रुप में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। फोन पे या अन्य के पासवर्ड के बारे में किसी से बातचीत नहीं करनी चाहिए। कुछ लोग आपसी बातचीत में फोन पे का पासवर्ड चुरा लेते हैं। इसके बाद बैंक खाते से रुपए उड़ाने की वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस व बैंक के अधिकारी बार-बार निर्देश जारी करते रहते है कि बैंक एटीएम या फोन पे तथा अन्य की जानकारी वे कभी नहीं मांगते हैं। इस कारण मांगने पर किसी अन्य को नहीं बताए। इसके बाद भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।