टैक्सी संचालकों का कहना है कि अब मार्च से ही आवाजाही ठप है। इस स्थिति में विदेशी सैलानियों की आवाजाही कम से कम 10 महीने नहीं होनी। देसी सैलानी भी गाड़ी किराए पर लेने से डरेंगे। राजधानी में सबसे अधिक सैलानी इटली, अमरीका और यूरोपीय देशों से आते हैं।
परिवहन विभाग से लेकर सरकार के आला अधिकारियों से मिलकर दिक्कत बताने की कोशिश की, लेकिन अब तक किसी ने कोई समय नहीं दिया। 35 हजार टैक्सी संचालकों का भविष्य अंधकार में हैं। इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
-प्रदीप पाराशर, प्रदेश महासचिव, ऑल राजस्थान टूरिस्ट कार एसोसिएशन