शिकायत की जांच करने पंहुची शिक्षिका को बनाया बंदी
प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए टीचर्स और बच्चों को बुलाया जिला प्रशासन को भेजी जांच रिपोर्टराज्य सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के दिए हैं आदेश
प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए टीचर्स और बच्चों को बुलाया
जयपुर,19 अप्रेल
बोर्ड परीक्षा के प्रेक्टिकल के नाम पर सोमवार को शहर के एमजीडी स्कूल में प्रेक्टिकल के नाम पर स्टूडेंट्स और टीचर्स को बुलाए जाने का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के निर्देश पर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय महाराजा छोटी चौपड़ की व्याख्याता जयश्री जैन स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रशासन ने उन्हें ही बंधक बना लिया।
महाराजा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की व्याख्याता जयश्री जैन जांच करने पहुंची। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी डीईओ जयपुर रामचंद्र पिलानिया ने बताया कि हमें शिकायत मिली थी कि स्कूल खुला है। जबकि केन्द्र और राज्य सरकार ने तमाम बोर्ड की परीक्षाओं और प्रैक्टिकल एग्जाम को स्थगित करते हुए स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए है। बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन की ओर से 12वीं कक्षा के केमेस्ट्री विषय से जुड़ी छात्राओं को बुलाकर वहां लैब में प्रैक्टिकल करवाया जा रहा था। इस मामले में जब जांच करने पहुंची व्याख्याता ने उनसे शिक्षा विभाग या अन्य अथॉरिटी से लिया अनुमति पत्र मांगा तो वे पेश नहीं कर सके और कहा कि स्कूल प्रबंधन ने कलेक्टर से अनुमति ली है। हमने जब कलेक्टर से इस मामले में पूछा तो कलेक्टर ने भी इस तरह की किसी भी अनुमति जारी करने से इनकार कर दिया। पूरे प्रकरण को लेकर एमजीडी के एडमिनिस्ट्रेटर कर्नल सागवान ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं की परीक्षाएं स्थगित की हैं प्रेक्टिकल को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं दी गई। ऐसे में हमने जिला कलेक्टर से इस संबंध में बात करने के बाद बच्चों को प्रेक्टिकल देने के लिए स्कूल बुलाया था। बच्चों के प्रेक्टिकल एग्जाम लिए गए हैं।
कार्रवाई के लिए कलेक्टर और डायरेक्टर को पत्र लिखा
डीईओ पिलानिया ने बताया कि राज्य और केन्द्र सरकार के आदेशों और कोविड गाइडलाइन की अवहेलना करने पर हमने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। इसके अलावा शिक्षा विभाग के डायरेक्टर को भी पत्र लिखकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कही है।