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महाशिवरात्रि के बाद भी जारी रहेगा फूल-पूजन सामग्री से जैविक खाद बनाने का सिलसिला

locationजयपुरPublished: Mar 03, 2019 12:50:00 pm

Submitted by:

Avinash Bakolia

रंग लाई पहल : अभियान से जुडऩे लगे मंदिर प्रबंधन
शिवालय के अलावा सभी बड़े देवालयों से निरंतर जुडऩे के निर्देश

jaipur

महाशिवरात्रि के बाद भी जारी रहेगा फूल-पूजन सामग्री से जैविक खाद बनाने का सिलसिला

जयपुर. राजधानी में शिवालयों के अलावा अब अन्य सभी बड़े धार्मिक स्थलों में एकत्र होने वाले फूल व पूजन सामग्री से भी जैविक खाद बनाई जाएगी। नगर निगम ने ऐसे सभी धार्मिक स्थलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। इसके लिए मंदिर प्रबंधन को पत्र भेजे जाने के साथ ही मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों की जिम्मेदारी तय कर दी है कि वे अभी महाशिवरात्रि पर शिवालयों और फिर सभी धार्मिक स्थलों से फूल व अन्य पूजन सामग्री एकत्र करना सुनिश्चित करेंगे। महापौर विष्णु लाटा ने इस संबंध में स्वास्थ्य उपायुक्त को समन्वय करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद अब मंदिर प्रबंधनों ने भी अपने स्तर पर पुष्प, पूजन सामग्री का उपयोग करने की प्लानिंग शुरू कर दी है। इसमें क्वींस रोड स्थित झाडखण्ड महादेव मंदिर प्रबंधन ने जैविक खाद निर्माण के लिए मशीन मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, गोविन्ददेवजी मंदिर प्रबंधन ने भी इस दिशा में प्रक्रिया तेज कर दी है। सभी ने राजस्थान पत्रिका की इस मुहिम के साथ जुडऩे का निर्णय किया है।
धार्मिक स्थलों के बाहर लगवा रहे होर्डिंग
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की राज्य स्तरीय कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व न्यायाधीश दीपक माहेश्वरी ने देवालयों के प्रबंधन से संपर्क किया है। बड़े धार्मिक स्थलों के बाहर बैनर लगाए जा रहे हैं।
इनके नम्बर किए सार्वजनिक

उपायुक्त (स्वास्थ्य) : कविता चौधरी— 9829376452
उपायुक्त (गैराज): अतुल शर्मा— 8764880038

शिवालयों के अलावा अब शहर के सभी ?बड़े धार्मिक स्थलों को इससे जोड़ा जा रहा है। स्वास्थ्य उपायुक्त इनसे समन्वय करेंगी। धार्मिक स्थल प्रबंधन से भी अपील की है कि वे अपने स्तर पर भी इनका उपयोग शुरू करें।
विष्णु लाटा, महापौर, नगर निगम

सभी बड़े धार्मिक स्थल प्रबंधन से कहा जा रहा है कि वे अपने स्तर पर फूल, पूजन सामग्री के निष्पादन की प्रक्रिया शुरू करें। ज्यादातर ने इससे जुडऩे की इच्छा जताई है। अभी मुख्यरूप से गोविन्ददेवजी मंदिर प्रबंधन स्तर पर जगह—जगह होर्डिंग लगाने का काम शुरू किया गया है।
दीपक माहेश्वरी, पूर्व न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, राज्य स्तरीय कमेटी (ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा गठित)
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