प्रदेश के टेक्सटाइल सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार, 9 मेगा टेक्सटाइल इकाइयों में उत्पादन शुरु
जयपुर। उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री ( Minister of Industry and State Enterprises ) परसादी लाल मीणा ने बताया है कि राज्य में वस्त्र नगरी ( textile city ) भीलवाड़ा में टेक्सटाइल उद्योग ( textile industry ) अब धीरे-धीरे रफ्तार पकडऩे ( slowly gaining momentum ) लगा है वहीं पाली ( Pali ) व बालोतरा ( Balotra ) में भी पटरी पर आने लगा है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा की टेक्सटाइल सेक्टर की सभी 9 मेगा इकाइयों ( mega units ) मेें उत्पादन शुरु होना प्रदेश के टेक्सटाइल उद्योग ( textile sector ) के लिए शुभ सं
प्रदेश के टेक्सटाइल सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार, 9 मेगा टेक्सटाइल इकाइयों में उत्पादन शुरु
उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि लोकडाउन-4 को प्रदेश में ओपनिंग-1 के रुप में लिया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को सामान्य स्तर पर लाने के लिए प्रयासों में तेजी लाई गई है वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा स्वयं औद्योगिक परिसंघों से वीसी के माध्यम से संवाद का परिणाम रहा है कि राज्य में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लॉकडाउन एक से लॉकडाउन 3 तक अनुमत श्रेणी से लेकर अधिकांश औद्योगिक गतिविधियां आरंभ करने को आसान बनाया और रीको के औद्योगिक क्षेत्रों सहित सेज, ग्रामीण व निजी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों व पार्कों को खोल दिया, जिससे औद्योगिक गतिविधियों की शुरुआत होने लगी। उन्होंने बताया कि एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल व रीको एमडी आशुतोष पेडनेकर के साथ परस्पर समन्वय से प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों आरंभ कराने मेें जुटे रहे और प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ शंकाओं व जिज्ञासाओं का समाधान किया, जिससे प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में बेहतर माहौल बन सका। उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की समय-समय पर जारी एडवाइजरी, स्वास्थ्य प्रोटोकाल और सोशल डिस्टेंस आदि की पालना सुनिश्चित कराने से कम श्रमिकों से ही उत्पादन कार्य होने लगा है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि सीमेंट, खाद्य तेल, आटा, दाल, बेसन, फार्मा, इलेक्ट्रोनिक्स, इलेक्ट्किल, आईटी आदि की इकाइयों ने काम करना शुरु किया है। भीलवाड़ा की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में 10 मेगा इकाइयों में से सभी 9 टेक्सटाइल व एक अन्य सहित सभी 10 इकाइयों में उत्पादन शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से भीलवाड़ा की 9 मेगा टेक्सटाइल इकाइयों में मंडपम, खारीग्राम और कान्याखेडी में आरएसडब्लूएम, चित्तोडऱोड भीलवाड़ा में नितिन स्पिनर्स, सरेरी व हुरडा में सुदिवा स्पिनर्स, हमीरगढ़ व सरेरी में संगम इण्डिया और नानकपुरा माण्डल में कंचन इण्डिया में उत्पादन आरंभ हो गया है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि खासबात यह है कि टेक्सटाइल क्षेत्र में स्पिनिंग, वीविंग व प्रोसेसिंग की चैन होती है। इनमें एमएसएमई सेक्टर में बड़ी संख्या में स्पिनिंग, विविंग व प्रोसेसिंग का काम शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि बालोतरा में 25 फीसदी टेक्सटाइल उद्योगों और पाली में 50 इकाइयों में उत्पादन होने लगा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 34 सीमेंट यूनिटों में उत्पादन हो रहा हैं वहीं 700 तेल मिलों में खाद्य तेलों का उत्पादन हो रहा है।