पुलिस को फ्लैट से महंगी शराब और सिगरेट मिलने के साथ खाने के पैकेट मिले है। बताया जा रहा है कि प्रिया बड़े बड़े होटलों से अपने लिए खाना मंगवाती थी। वहीं पुलिस प्रिया के मोबाइल और लैपटॉप से यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसने टिंडर एप के जरिए कितने लोगों से दोस्ती की थी और कितने लोगों के साथ दोस्ती के बाद ठगी की थी। उधर पुलिस वारदात में शामिल उसके साथियों के अपराधिक ग्राउण्ड के बारे में भी पता लगी रही है। पुलिस को पता चला है कि दीक्षांत का मुंबई में किसी पंकज नाम के आपराधिक गिरोह से संपर्क था। पुलिस अब इस गिरोह के बारे में भी पूरी छानबीन कर रही है। गौरतलब है कि ४ मई को शिवपुरी विस्तार झोटवाड़ा निवासी दुष्यंत शर्मा को प्रिया सेठ और उसके साथियों ने पहले फ्लैट पर बुलाया। इसके बाद उसे बंधक बनाकर टार्चर करते रहे। इसके साथ ही प्रिया ने दुष्यंत के पिता से अपहरण करने और उसे छोडऩे के एवज में दस लाख रुपए की मांग की थी। पुलिस को बताने और उसके खाते में पैसे नहीं डालने पर दुष्यंत की हत्या करने की बात कही थी। इस पर मृतक के पिता रामेश्वर प्रसाद ने तीन लाख रुपए खाते में भी जमा करवा दिए थे। पकड़े जाने के डर से प्रिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्यंत की हत्या कर दी। पुलिस ने तीनों को बजाज नगर स्थित फ्लैट से गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया था।