विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने बताया कि हर साल शहरवासियों को इस मेले का इंतजार रहता है। मेले में सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खरीददारी की जा सकेगी। मेले का शुभारंभ चार मई को सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक भीनमाल का जीरा, नागौर की दाना मैथी, हरी मैथी, रामगंजमंडी का धनिया, जोधपुर के मथानिया, सवाई माधोपुर व टोंक की मिर्च, भीण्डर का अजवाइन, भुसावर व भीलवाड़ा के आचार, महिला सहकारी समितियों के कई तरह के पापड़-मंगोडी, आचार व अन्य उत्पाद उपलब्ध होंगे। इसके अलावा उपभोक्ता संघ के उपहार ब्राण्ड के मसालें, बूंदी व बारां के चावल, तिलम संघ का तेल, आंवला उत्पाद, शरबत, ज्यूस और अन्य बहुत सारें उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। सीकर का प्याज, चित्तौडगढ का लहसुन और भी कई उत्पाद मेले में होंगे।
मिलावटी मसाले हानिकारक
मसाले दैनिक उपभोग की जरूरत होने हैं। केमिकल एवं अन्य मिलावटी मसाले आम आदमी के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव डालते हैं। इनसे बचने के लिए राजस्थान देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जो कई साल से सहकार मसाला मेले का आयोजन कर रहा है। जयपुर में आयोजित होने वाला सहकार मसाला मेला अब राष्ट्रीय स्वरुप प्राप्त कर चुका है।
मौके पर होगी पीसने की व्यवस्था
मेला प्रबंध समिति के अध्यक्ष विजय शर्मा ने बताया कि मेले में सभी संभागों की प्रमुख सहकारी संस्थाओं की ओर से साबुत, पिसे हुए मसालें उपलब्ध कराने के साथ ही मौके पर ही मसालों को पीस कर उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी होगी। मेला स्थल पर छाया-पानी और अन्य व्यवस्थाएं भी की गई है।
मिलावटी मसाले हानिकारक
मसाले दैनिक उपभोग की जरूरत होने हैं। केमिकल एवं अन्य मिलावटी मसाले आम आदमी के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव डालते हैं। इनसे बचने के लिए राजस्थान देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जो कई साल से सहकार मसाला मेले का आयोजन कर रहा है। जयपुर में आयोजित होने वाला सहकार मसाला मेला अब राष्ट्रीय स्वरुप प्राप्त कर चुका है।
मौके पर होगी पीसने की व्यवस्था
मेला प्रबंध समिति के अध्यक्ष विजय शर्मा ने बताया कि मेले में सभी संभागों की प्रमुख सहकारी संस्थाओं की ओर से साबुत, पिसे हुए मसालें उपलब्ध कराने के साथ ही मौके पर ही मसालों को पीस कर उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी होगी। मेला स्थल पर छाया-पानी और अन्य व्यवस्थाएं भी की गई है।