अभिभावकों ने प्रधानमंत्री को लिखी मन की बात
जिंदगी से बड़ी कोई परीक्षा नहीं : मनीष विजयवर्गीयसीबीएसई बोर्ड परीक्षा स्थगित करने, रद्द करने या ऑनलाइन किए जाने की मांग
अभिभावकों ने प्रधानमंत्री को लिखी मन की बात
जयपुर, 12 अप्रेल
अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान के प्रदेश संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर एवं ट्वीट करके सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने या स्थगित करने या ऑनलाइन लिए जाने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी आप विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के मन की बात सुने एवं देश के भविष्य बच्चों के जीवन की सुरक्षा को प्राथमिक रखते हुए बोर्ड की आगामी परीक्षाओं के संबंध में निर्णय लें, हर माता पिता के लिए पहले बच्चों के जीवन से बड़ी कोई परीक्षा नहीं।
24 अप्रैल से सडक़ पर उतरेंगे विद्यार्थी एवं अभिभावक’
मनीष विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि कोविड का संक्रमण पुन: तेजी से फैल रहा है, परीक्षा केंद्रों की सीमित संख्या है ऐसे में देश भर के करीब 35 लाख विद्यार्थियों के साथ साथ एक लाख से अधिक शिक्षकों के जीवन को जोखिम में डालना मानवता नहीं होगी। बच्चों के जीवन की जिम्मेदारी सरकार से पहले अभिभावकों की है। उनकी सहमति के बिना बच्चों के जीवन से जुड़ा कोई भी निर्णय सरकार को एकतरफा नहीं लेना चाहिए। यदि विद्यार्थी एवं माता पिता के दर्द को नहीं समझा गया तो अभिभावक एकता आंदोलन के तहत प्रदेशभर के अभिभावक एवं विद्यार्थी 24 अप्रैल से सडक़ों पर अपनी मागों के समर्थन में उतरने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए मजबूर करने पर यदि बड़ी संख्या में यदि विद्यार्थी संक्रमित हुए तो क्या सरकार और सीबीएसई बच्चों के जीवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने को तैयार है?
मन की बात लिखने की अपील एवं राहत की उम्मीद
आंदोलन के कॉर्डिनेटर लवलेश खूंटेटा ने कहा कि पुन: बढ़ती महामारी के आकड़ों के बीच देश के लाखों विद्यार्थियों एवं माता पिता को डर है कि परीक्षाएं हुईं तो कहीं संक्रमण की चपेट में हमारे बच्चे ना जाएं। परीक्षा की तैयारी के दबाव के साथ.साथ जिंदगी पर जोखिम के इस डर के चलते परिवारो में चिंता एवं अवसाद फैल रहा है।