जरूरतमंदों की लगी कतार, जरूरत का सामान पहुंचा ही नहीं
पहले दिन राशन वितरण का कार्यक्रम फेल जयपुर. केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से जरूरतमंदों और प्रवासियों को दिए जाने वाले गेहूं-चना वितरण की व्यवस्था प्रदेश भर में पहले ही दिन फेल हो गई। राजधानी जयपुर में शुक्रवार को शहर में एक लाख 23 हजार घरों में गेहूं और चना नहीं पहुंचा।
विश्वकर्मा 14 नंबर में राशन के लिए लगी कतार।
एक दिन पहले ही सरकार की ओर से पंजीकृत जरूरतमंदों के मोबाइल पर शुक्रवार से गेहूं मिलने का मैसेज पहुंचा दिया गया। ऐसे में सुबह पहले ही राशन की दुकानों पर सैकड़ों की संख्या में जरूरतमंद लोग पहुंच गए। राशन की दुकानों पर गेहूं नहीं होने से डीलरों ने लोगों को लौटा दिया। दूर-दराज से आए लोगों ने गेहूं नहीं मिलने पर विरोध कर दिया।
कई जगह दोपहर तक दुकानों पर लोग कतार लगाकर गेहूं का इंतजार करते रहे। अब 15 जून से गेहूं और चना का वितरण किया जाएगा।
इसलिए बिगड़ी व्यवस्था: आनन-फानन में आदेश
शहर में गेहूं और चना वितरण के लिए 37 श्रेणी के जरूरतमंदों
को शामिल किया। इस
प्रक्रिया में कोई नियम-कायदे नहीं लगाए। ऐसे में राजधानी में पंजीकृत लोगों की संख्या बढ़ गई। शहर में एक लाख 23 हजार परिवार जुड़ गए। वहीं, 4 लाख से अधिक सदस्य शामिल हुए। शहर में 20531 क्विंटल गेहूं की जरूरत थी, लेकिन इतना गेहूं
नहीं पहुंचा।
जानिए दुकानों पर किस तरह से परेशान रहे लोग
केस 1 : करणी विहार : 200 फीट बायपास के पास करणी विहार थाने के सामने उचित मूल्य की दुकान पर सुबह से ही कतार लगना शुरू हो गई। जैसे ही डीलर आया लोगों एकत्र हो गए, लेकिन डीलर ने जनआधार वाले लोगों को गेहूं देने से मना कर दिया। ऐसे में लोगों हंगामा कर करणी विहार थाने जा पहुंच गए।
केस-2 संजय नगर कच्ची बस्ती: संजयनगर कच्ची
बस्ती स्थित राशन की दुकान पर सैकड़ों महिलाएं गेहूं लेने पहुंच गई। ऐसे में डीलर ने मना कर दिया। गुस्साई महिलाएं दुकान के सामने ही बैठ गईं। बाद में लोगों ने उन्हें समझाया और 15 तारीख के बाद आने के लिए कहा।
&एफसीआई के पास गेहूं नहीं पहुंचा। ऐसे में गेहूं दुकानों पर भी नहीं आ सका। अब 15 जून से वितरण किया जाएगा।
-कनिष्क सैनी, डीएसओ प्रथम, जयपुर
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