जेडीए के अधिकारियों की देखरेख में करोड़ों रुपए की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण किया गया, लेकिन ओवरब्रिज की सड़क एक साल में भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए नजर आ रही है। गोनेर रोड स्थित दांतली रेलवे क्रॉसिग के बंद होने के कारण राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, इसलिए सरकार ने 99 करोड़ खर्च कर यहां ओवरब्रिज बनवाया, ताकि बिना तकलीफ राहगीरों का आना-जाना लगा रहे। इस प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी जेडीए को दी गई थी। वहीं जेडीए के अफसरों और ठेकेदारों ने सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हादसों का डर
स्थानीय लोगों ने बताया कि ओवरब्रिज की सड़क पहले भी क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, जिसको पेचवर्क कर लीपापोती कर दी गई। वापस सड़क में गड्ढे होने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत जेडीए अधिकारियों की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
सीएम ने किया था लोकार्पण
ओवरब्रिज का निर्माण 99 करोड़ रुपए की लागत से किया गया था। इसका लोकार्पण 28 सितंबर 2020 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक गंगा देवी ने किया था।