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जयपुर

राजस्थान में 15 विभाग ऐसे, जिनका ‘धणी-धोरीÓ नहीं

अतिरिक्त प्रभार के भरोसे चल रहे ये विभाग

जयपुरNov 13, 2019 / 05:12 pm

Jagdish Vijayvergiya

राजस्थान में 15 विभाग ऐसे, जिनका 'धणी-धोरीÓ नहीं

राजस्थान में 15 विभाग ऐसे, जिनका ‘धणी-धोरीÓ नहीं

पुनीत शर्मा ञ्च जयपुर. केंद्र में प्रतिनियुक्ति लेने और एक के बाद एक सेवानिवृत्ति के कारण प्रदेश में इन दिनों आइएएस अफसरों की कमी साफ नजर आने लगी है। इसका असर सरकार की महत्त्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में भी दिखने लगा है। वहीं 15 से ज्यादा विभाग अतिरिक्त प्रभार के भरोसे चल रहे हैं। उच्च स्तर पर प्रशासनिक अफसरों की यह कमी इस साल के बाद ही पूरी हो सकेगी।
बीते 11 महीने में राजस्थान से छह सीनियर आइएएस अफसर प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली के लिए रवानगी ले चुके हैं। अफसरों के दिल्ली जाने और हर महीने आइएएस अफसरों के सेवानिवृत्त होने के कारण राजस्थान में शीर्ष स्तर पर अफसरों का टोटा हो गया है। इससे सरकार के समक्ष प्रदेश के विकास के लिए नीति बनाने, योजनाओं और बजट घोषणाओं को धरातल पर लाने का ही संकट खड़ा हो गया है।
इस बारे में पूर्व मुख्य सचिव अशोक जैन कहते हैं, सरकार बदलते ही कई अफसर प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए सरकार से अनुमति मांगते हैं और जाते भी हैं। ऐसा प्राय: वे अफसर करते हैं, जिनकी सरकार से ट्यूनिंग नहीं बैठती। ऐसे में पद रिक्त हो जाते हैं और विभाग अतिरिक्त प्रभार से चलते हैं। हालांकि देखने वाली बात यह होती है कि विभाग कितना अहम है। वैसे कम महत्त्व के कई विभाग तो हमेशा ही चार्ज में रहते हैं लेकिन इस तथ्य को नहीं नकार सकते कि अफसरों का ध्यान मूल विभाग पर ही रहता है। चार्ज वाले विभाग को अफसर से वह इनपुट नहीं मिल पाता, जो मिलना चाहिए। अधिकारी उस विभाग को सिर्फ रुटीन कामकाज के हिसाब से देखते हैं। शीर्ष स्तर पर अफसरों की कमी हो तो सरकार की योजनाएं पूरी होने की रफ्तार भी धीमी हो जाती है।
ये गए दिल्ली
सबसे पहले आइएएस अधिकारी रजतकुमार मिश्र दिल्ली चले गए। उसके बाद राज्यपाल के सचिव रहे देवाशीष पृष्टि और रोहित गुप्ता स्टडी लीव पर चले गए। फिर रोहित कुमार भी ग्रामीण विकास मंत्रालय में प्रतिनियुक्ति पर चले गए। अब तन्मय कुमार, सांवरमल वर्मा और राजस्व जैसे अहम विभाग की कमान संभाल रहे संजय मल्होत्रा को दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी गई है। इसके अलावा बीते 11 महीने में 8 अफसर सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
अतिरिक्त प्रभार के भरोसे
– एसीएस गृह राजीव स्वरूप : प्रमुख सचिव विधि विभाग व अध्यक्ष राजस्थान बस पोर्ट
– एसीएस उद्योग विभाग सुबोध अग्रवाल : अध्यक्ष हैंडलूम कॉर्पोरेशन
– प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग अखिल अरोड़ा : आयुक्त विशेष योग्यजन, अध्यक्ष राज्य बाल संरक्षण आयोग
– प्रमुख सचिव पर्यटन, कला संस्कृति, वन एवं पर्यावरण श्रेया गुहा : मुख्य कार्यकारी अधिकारी आमेर विकास प्राधिकरण, अध्यक्ष राजस्थान पर्यटन विकास निगम
– आयुक्त कृषि नरेशपाल गंगवार : प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग
– प्रमुख सचिव नगरीय विकास विभाग भास्कर सावंत : सचिव खेल एवं युवा मामले, अध्यक्ष स्पोट्र्स कौंसिल, सीएमडी जयपुर मेट्रो, अध्यक्ष आवासन मंडल
– सचिव एवं आयुक्त परिवहन विभाग राजेश यादव : सचिव राजस्थान राज्य बसपोर्ट
– सचिव जल संसाधन विभाग नवीन महाजन : अध्यक्ष इंदिरा गांधी नहर मंडल व सचिव सीएडी
– सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया : सचिव जयपुर लाइट हाउस जेडीए प्रोजेक्ट
– सचिव श्रम व रोजगार नवीन जैन : अध्यक्ष स्किल डवलमपेंट कॉर्पोरेशन
– सचिव खाद्य-नागरिक आपूर्ति विभाग सिद्धार्थ महाजन : आयुक्त सिविल डिफेंस व सचिव आपदा प्रबंधन विभाग
– आयुक्त कॉलेज शिक्षा प्रदीप कुमार बोरड़ : विशिष्ट सचिव संस्कृत शिक्षा व आयुक्त स्कूल शिक्षा
– संयुक्त सचिव मुख्यमंत्री राजन विशाल : मैनेजिंग डायरेक्टर राजस्थान पावर पर्चेज कॉर्पोरेशन

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