राजनीतिक नियुक्तियों के तीसरी सूची राज्यसभा चुनाव के बाद ही जारी होने के संकेत पार्टी के उच्च पदाधिकारियों ने भी दिए हैं। इससे पहले राजनीतिक नियुक्तियों की दो जंबो सूची जारी हुई थी। इसमें तकरीबन 100 से ज्यादा नेता और कार्यकर्ताओं को प्रदेश स्तरीय राजनीतिक नियुक्तियों में चेयरमैन-उपाध्यक्ष और मेंबर बनाकर एडजस्ट किया गया था।
आलाकमान के पास है राजनीतिक नियुक्तियों की तीसरी सूची
दरअसल प्रदेश स्तरीय शेष बची राजनीतिक नियुक्तियों की सूची मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नामों पर चर्चा के बाद सूची मंजूरी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दी थी।
माना भी जा रहा था कि सोनिया गांधी की मंजूरी के बाद जल्द ही सूची जारी भी कर दी जाएगी लेकिन राजस्थान में आपसी खींचतान और राज्यसभा चुनाव के चलते कांग्रेस आलाकमान ने भी तीसरी सूची जारी करने पर ब्रेक लगा दिया है और अब राज्यसभा चुनाव तक सूची जारी नहीं करने के संकेत पार्टी नेताओं को भी दिए हैं।
दो सूचियों से वंचित कार्यकर्ता कर रहे हैं इंतजार
तीसरी सूची का इंतजार सबसे ज्यादा उन नेता और कार्यकर्ताओं को है जिनका नंबर राजनीतिक नियुक्तियों की पहली और दूसरी सूची में नहीं आ पाया। इन नेताओं को अब तीसरी सूची से उम्मीद है। इसके लिए इन नेताओं ने एड़ी-चोटी का जोर लगाने के साथ ही जयपुर से दिल्ली तक भाग दौड़ भी की थी।
इन बोर्ड-निगमों में राजनीतिक नियुक्तियां होना शेष
प्रदेश में प्रदेश स्तरीय जिन बोर्ड-निगमों अभी भी राजनीतिक नियुक्ति होना शेष हैं। उनमें मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक वित्त निगम, देवस्थान बोर्ड और हाउसिंग बोर्ड शामिल हैं।
आधा दर्जन अकादमी भी खाली
वहीं प्रदेश के आधा दर्जन अकादमियों में भी राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं। इनमें साहित्य अकादमी, उर्दू अकादमी, संस्कृत अकादमी, ब्रजभाषा अकादमी, ललित कला अकादमी, संगीत नाटक अकादमी और सिंधी भाषा का आदमी है।
15 यूआईटी और प्राधिकरण में भी होनी हैं नियुक्तियां
प्रदेश की 15 युआईटी और प्राधिकरण में भी राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं। जिन प्राधिकरण में राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं उनमें जयपुर, जोधपुर अजमेर विकास प्राधिकरण और मेला विकास प्राधिकरण शामिल हैं। इसके अलावा अलवर, आबू, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, भिवाड़ी, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर, पाली, कोटा, उदयपुर, श्रीगंगानगर, सीकर और सवाई माधोपुर यूआईटी में भी राजनीतिक नियुक्तियां होना बाकी है।