शर्मा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे और दौसा, जयपुर और अलवर से भी सांसद रहे। वे राजीव गांधी की सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहे। इसके अलावा वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पद पर भी रहे। शर्मा ने अपना राजनीतिक जीवन दौसा से शुरू किया और पहली बार वहीं से सांसद चुने गए। 1984 में वे जयपुर से सांसद रहे। इस दौरान उनका कार्यक्षेत्र जयपुर ही हो गया था। वे 1998 में जयपुर ग्रामीण से विधायक चुने गए। वे सीएम पद के दावेदार भी थे। कांग्रेस के कार्यकर्ता उन्हें बाबूजी के नाम से पुकारते थे।
शर्मा की जयंती के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पुष्पांजलि कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, संगठन महासचिव महेश शर्मा, महासचिव सुशील शर्मा, डॉ. अजीतसिंह शेखावत, ज्योति खण्डेलवाल, गिरिराज गर्ग, बालकृष्ण खींची, सचिव राजेश चौधरी, अय्यूब खान, महेन्द्रसिंह रलावता, मंजू शर्मा, पं. सुरेश मिश्रा, संगीता गर्ग, पूर्व सांसद अश्कअली टाक, शंकरलाल मीणा, अब्दुल रज्जाक भाटी, कैलाश सोयल, प्रतापसिंह चौधरी, दौलत मीणा, अरूण कुमावत, इकराम खान, सुनील आमेरिया, राजेन्द्र शर्मा, शरद खण्डेलवाल, राजेश पाण्डे, हफीज खान, शिवराम चौधरी, कुलदीप सिंह राजपुरोहित, दीपक धीर, मोहम्मद शरीफ, धनसिंह नरूका, सत्येन्द्रसिंह जादौन सहित अनेक कांग्रेसजनों ने स्व. पं. नवलकिशोर शर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी भावभीनी पुष्पांजलि दी। नवल किशोर शर्मा को दौसा में भी कई जगह भावभीनी पुष्पांजलि दी गई। इस मौके पर उनके पुत्र बृजकिशोर शर्मा और अन्य नेता थे।