जनवरी माह में जेडीए और निगम ने मिलकर यहां काफी वर्षों से जमे लोगों को हटाया था। थोड़े दिन तो सबकुछ सही रहा लेकिन ज्यों ही स्वच्छता अभियान का सर्वे पूरा हुआ अतिक्रमी फिर से आ जमे। न तो इन्हें जेडीए ने रोका न ही नगर निगम ने। यहां निगम की ओर से धौलपुर पुलिया की तर्ज पर सौंदर्यकरण का काम करना था,वह भी ठंडे बस्ते में चला गया।
ये होने थे कार्य–
सीसी सड़क का निर्माण, इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाना, दीवारों पर गुलाबी रंग पुतवाना, राजस्थानी संस्कृति से जुड़े चित्र मंडवाना, रंग-बिरंगे फूलों के गमले रखना सहित सौंदर्यकरण से जुड़े कई काम होने थे लेकिन हुआ कुछ नहीं।
किया था लोगों को बेरोजगार–
पुलिया के नीचे मुख्यमंत्री रोजगार कियोस्क योजना के तहत बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने के लिए कियोस्क बनाए गए थे, जिन्हें भी हटा दिए गए। ऐसे में वर्षों से रोजगार प्राप्त लोग बेरोजगार हो गए।
आवागमन में होती परेशानी–
पुलिया के नीचे लोगों की ओर से फिर स्थाई और अस्थाई रूप से अतिक्रमण कर लिया गया है। ऐसे में आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां पर अस्थाई रूप से ऑटो पाट्र्स, ठेले वालों का जमावड़ा सा लगा रहता है, ऐसे में वाहन तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही यहां गंदगी भी व्याप्त रहती है।
8 माह में भी नहीं हुआ विकास–
गोपालपुरा की ओर भी आरओबी के नीचे टाइल्स लगाकर अन्य काम होने थे लेकिन सीसी सड़क बनाने के अलावा कोई काम नहीं हुआ। यहां दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।
-अशोक लाहोटी,
महापौर।
आरओबी के सौंदर्यकरण का काम नगर निगम को करना था। जेडीए की ओर से अतिक्रमण हटा दिया गया था। यदि फिर जम गए तो हटा दिया जाएगा।
-बृजेश कुमार अवस्थी,
एक्सईएन,जोन-4 जेडीए।
पुलिया के नीचे दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे परेशानी होती है। रात के समय लाइट नहीं रहने से परेशानी और बढ़ जाती है। यहां पर स्थिति सुधारा जाना चाहिए।
-जयकिशन जेठमलानी,
निवासी चन्द्र नगर।
सौंदर्यकरण के नाम पर जेडीए ने कार्रवाई कर वर्षों से यहां रोजगार कर रहे लोगों को उजाड़ दिया लेकिन हकीकत में काम कुछ नहीं हुआ। सीसी सड़क बनाकर मामले की इतिश्री कर ली गई।
-कन्हैयालाल साहू,
निवासी चन्द्र नगर।