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जयपुर

दो कंपनी कमांडर के भरोसे हजार जवानों की ट्रेनिंग

पुलिस मुख्यालय ने तीन और कंपनी कमांडर मांगे], वित्त विभाग के पास विचाराधीन है प्रस्ताव

जयपुरApr 15, 2018 / 08:47 pm

Vishnu Sharma

 Rajasthan Police Exam

Rajasthan Police Exam

जयपुर /
पुलिस के एक हजार से ज्यादा जवानों की ट्रेनिंग का जिम्मा महज दो कंपनी कमांडर के भरोसे पर है। इससे जवानों की ट्रेनिंग ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है। मामला जोधपुर के राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर का है। पुलिस मुख्यालय ने ट्रेनिंग में आ रही कठिनाईयों को देखते हुए राज्य सरकार से तीन और कम्पनी कमांडर के पद मांगे हैं। पिफलहाल प्रस्ताव वित्त विभाग में विचाराधीन है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र जोधपुर में वर्तमान में दो कंपनी कमांडर के पद हैं। प्रशिक्षण केंद्र में एक हजार से बारह सौ तक प्रशिक्षणार्थी आउटडोर में ट्रेनिंग लेते हैं। ये दोनों कंपनी कमांडर ही प्रत्येक दस्ता और टुकड़ी को संभालते हैं। इनमें एक कंपनी कमांडर प्रशासनिक काम संभालता है और दूसरा दस्ता संभालता है।
प्रशिक्षण में होती है दिक्कत ..
पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षणार्थी अधिक होने पर सुव्यवस्थित प्रशिक्षण में दिक्कत होती है। प्रशिक्षणार्थियों को फायरिंग रेंज ले जाने के बाद दस्ता या टुकड़ी की देखरेख में एक ही कंपनी कमांडर रहता है। इससे एक कम्पनी कमांडर होने से केंद्र में प्रशासनिक काम और प्रशिक्षण में परेशानी होती है। इधर प्रशिक्षण कार्य में निरंतर बढ़ोतरी होती जा रही है।
करीब 27 लाख का सालाना खर्च …
प्रस्ताव में कंपनी कमांडर के तीन नए पदों की मांग की गई है। इन तीनों कंपनी कमांडर की तनख्वाह पर सालाना 26 लाख 98 हजार रुपए का वित्तीय भार बताया गया है। पिफलहाल प्रस्ताव गृह विभाग से मंजूरी के लिए वित्त विभाग में भेजा गया है।
प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाने से दिक्कत ..
जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में पुलिस के सात से ज्यादा ट्रेनिंग सेंटर है। इनमें पुलिस के नए रंगरूटों की ट्रेनिंग के साथ ही पुलिस के प्रमोश कोर्स या फ्रेशर्स कोर्स भी आयोजित किए जाते हैं। इनमें हैडकांस्टेबल से लेकर कम्पनी कमांडर तक के अधिकारी प्रशिक्षण देते हैं। पिछले दिनों सरकार ने बम्पर भर्तियों को देखते हुए इनमें कई ट्रेनिंग सेंटरों की प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाई थी, जिससे ट्रेनर स्टाफ की कमी हो गई।
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