डॉ. महेन्द्र सिंह चांदावत, वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केन्द्र सिरोही
पत्रिकाञ्च दंतेवाड़ा
कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए घोषित लॉक डाऊन के चलते दक्षिण बस्तर में आदिवासियों की दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। कोरोना वायरस से बचने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और बार-बार हाथ धोने की समझाईश के चलते ग्रामीण एक गांव से दूसरे गांव जाने से परहेज कर रहे हैं। टेकनार गांव में ऐसे ही कुछ ग्रामीण पेड़ों के नीचे आराम करते दिखे, लेकिन पर्याप्त दूरी का पालन करते हुए। सड़क से जुड़े ज्यादातर गांवों में आदिवासियों ने अवरोध लगाकर नाकाबंदी कर रखी है, उन्हें आशंका है कि कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति यह महामारी लेकर गांव में न घुस जाए। सिर्फ एंबुलेंस व स्वास्थ्य कर्मचारी व पंचायत सचिव, राशन दुकान संचालक को ही आने-जाने की छूट है। बाकी समय ये रास्ते बंद रहते हैं।