अपने ही विधायक की ओर से सरकार पर फोन टैप कराए जाने के आरोप लगाने के बाद से कांग्रेस की सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। चर्चा इस बात की है कि बीवीजी कंपनी से घूस लेने के मामले में वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा बैकफुट पर थी लेकिन कांग्रेस विधायक सोलंकी के फोन टैपिंग के आरोप लगाने के बाद भाजपा को सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल गया है।
भाजपा को सरकार को घेरने के लिए बैठे-बिठाए मुद्दा दे दिया गया है जो कि सही नहीं है। वहीं कांग्रेस विधायक सोलंकी के बयान पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बेहद नाराज हैं। बताया जाता है कि इस मामले में मुख्यमंत्री गहलोत ने भी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से फोन पर बात भी की है।
कांग्रेस आलाकमान के संज्ञान में मामला
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस विधायक के सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए जाने जाने से हंगामा होने के बाद अब यह मामला कांग्रेस आलाकमान के संज्ञान में भी आ चुका है। जानकारों की मानें तो जल्दी आलाकमान इस मामले में प्रदेश नेतृत्व से जवाब तलब कर सकता है साथ ही निर्देश भी जारी कर सकता है कि वह विधायक को बुलाकर उससे स्पष्टीकरण ले।
हो सकती है कार्रवाई
विश्वस्त सूत्रों की माने तो विधायक की ओर से सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाने के बाद सत्ता और संगठन दोनों ही बेहद नाराज हैं। कहा जा रहा है कि इस मामले में विधायक के आरोप अगर निराधार पाए गए तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। गौरतलब है कि शनिवार को चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने गहलोत सरकार पर अपने ही विधायकों के फोन पर कराए जाने के आरोप लगाए थे जिसके बाद से एक बार फिर सियासी पारा गरमा गया है।