पुलिस ने बताया कि मुम्बई निवासी उंगती का वैशाली नगर डी-ब्लॉक 135 नंबर का मकान बनवारी के नाम से डेढ़ माह पहले 87 लाख रुपए में खरीदा गया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि शिखर अग्रवाल नाम के व्यक्ति ने मकान खरीदने के लिए रुपए दिए। शिखर अग्रवाल पीडि़त चिकित्सक का परिचित भी है और उनके घर आना जाना भी रहता था। एसीपी रायसिंह बेनीवाल ने बताया कि शिखर अग्रवाल के पकड़े जाने के बाद उसकी भूमिका का पता चलेगा।
सराफा व्यापारी है शिखर पुलिस ने बताया कि श्याम नगर निवासी शिखर अग्रवाल सराफा व्यापारी है। आरोपी के घर पर दबिश दी, लेकिन वह घर से निकल चुका था। आरोपी के सीकर की तरफ जाने की सूचना पर पुलिस टीम वहां भी भेजी है। इसके साथ ही पुलिस ने अन्य जिलों में भी टीम रवाना की है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस ने बताया कि चोरों ने वारदात से पहले 87 लाख रुपए में मकान खरीदा और फिर मकान में काम चलाने के बहाने गुपचुप जमीन से 15 फीट गहरी और करीब 20 फीट दूरी तक सुरंग बनाकर पीछे डॉ. सुनीत सोनी के हॉस्पिटल के बेसमेंट के नीचे तक पहुंचे। यहां बेसमेंट की फर्श के नीचे दबे एक लोहे के बॉक्स को कटर से काटकर उसमें रखी चांदी चुरा ले गए। शुक्रवार को बात उजागर हुई तो आला पुलिस अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस की कई टीमें चोरों की तलाश में लगाई।