राजे-पूनिया-शेखावत का नहीं दिखेगा साथ!
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे यदि आज की कोर ग्रुप बैठक में शरीक होतीं, तो प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ लम्बे समय बाद किसी संगठनात्मक बैठक में नज़र आतीं। दरअसल, पूनिया और शेखावत से मनमुटाव की अटकलें कई बार मीडिया और सोशल मीडिया पर सुर्ख़ियों में रह चुकी हैं।
प्रदेश भाजपा में गुटबाजी की अटकलों ने पिछले दिनों खूब सुर्खियां बटोरीं। खासतौर से पार्टी अध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों के बीच वर्चस्व की लड़ाई खुलकर सामने आती नज़र आई। दोनों नेताओं के कथित गुटों का पार्टी के बैनर से दूर अपनी-अपनी अलग टीमें गठित करने की बातों ने गुटबाजी को तूल दिया।
वहीं राजे की गैर मौजूदगी में सतीश पूनिया, गुलाब चंद कटारिया और राजेन्द्र राठौड़ की ‘तिकड़ी’ का दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात के बाद भी कयास लगाए जाने लगे की पार्टी के अंदरखाने कुछ तो गड़बड़झाला चल रहा है। हालांकि हर बार की तरह इन अटकलों को भी तमाम नेता कोरी अफवाह करार देते भी बचते दिखाई दिए हैं।