लौकी के भाव भी बढ़े
मुहाना मंडी में जहां सब्जियों की रोजाना 600 के आसपास गाडिय़ां आती थी, अब यह 400 के आसपास ही रह गई है। सब्जियों की आवक कम होने से दामों में बढ़ोतरी हुई है। एक महीने पहले 10 से 15 रुपए तक बिकने वाली लौकी 50-60 रुपए प्रतिकिलो के भाव पर पहुंच गई है। यदि प्रदेश में मानसून की दो से तीन बार अच्छी बारिश हो जाए तो कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है।
मुहाना मंडी में जहां सब्जियों की रोजाना 600 के आसपास गाडिय़ां आती थी, अब यह 400 के आसपास ही रह गई है। सब्जियों की आवक कम होने से दामों में बढ़ोतरी हुई है। एक महीने पहले 10 से 15 रुपए तक बिकने वाली लौकी 50-60 रुपए प्रतिकिलो के भाव पर पहुंच गई है। यदि प्रदेश में मानसून की दो से तीन बार अच्छी बारिश हो जाए तो कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है।
जल्द आएगी कमी
जयपुर फल-सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना टर्मिनल मार्केट के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि प्रदेश में बारिश नहीं होने के कारण सीजनेबल सब्जियों के साथ अन्य सब्जियां महंगी है। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से सब्जियों की आवक हो रही है जिस कारण से सब्जियां महंगी है, आगे आने वाले दिनों में कीमतों में कमी आएगी। फल-सब्जी क्रेता-विक्रेता व्यापार संघ के महामंत्री गिल्ली भोजराज के अनुसार लोकल सब्जियां आवक नहीं होने के चलते महंगी है। बारिश अच्छी आई तो सब्जियों के दाम गिर सकते हैं। कुछ सब्जियां ही अभी सस्ती है। दूसरे राज्यों का माल शहर में पहुंच रहा है, जिस कारण से दाम महंगे हैं।
जयपुर फल-सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना टर्मिनल मार्केट के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि प्रदेश में बारिश नहीं होने के कारण सीजनेबल सब्जियों के साथ अन्य सब्जियां महंगी है। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से सब्जियों की आवक हो रही है जिस कारण से सब्जियां महंगी है, आगे आने वाले दिनों में कीमतों में कमी आएगी। फल-सब्जी क्रेता-विक्रेता व्यापार संघ के महामंत्री गिल्ली भोजराज के अनुसार लोकल सब्जियां आवक नहीं होने के चलते महंगी है। बारिश अच्छी आई तो सब्जियों के दाम गिर सकते हैं। कुछ सब्जियां ही अभी सस्ती है। दूसरे राज्यों का माल शहर में पहुंच रहा है, जिस कारण से दाम महंगे हैं।