कहा, राजस्थान जेल अथॉरिटी से पूछ लो, नहीं है मेरे पास फोन लॉरेंस बिश्नोई ने याचिका में कहा है कि पिछले महीने चंदीगढ़ के सेक्टर 33 स्थित शराब कारोबारी सिंगला की कोठी और सेक्टर 9 में शराब ठेके पर हुई फायरिंग में उसका नाम डाला गया है, जबकि इनसे उसका कोई लेना देना नहीं है। वह पिछले दो साल से भरतपुर की जेल में बंद है। उसका कहना है कि उसके पास फोन नहीं है और वह किसी से संपर्क में भी नहीं है। अपने इस दावे को पुख्ता करने के लिए उसने कहा कि इस संबंध में राजस्थान जेल अथॉरिटी से भी सच का पता किया जा सकता है। जिस समय दोनों घटनाएं हुईं, वह जेल में था।
शराब कारोबारियों ने लॉरेंस पर लगाया था आरोप गौरतलब है कि 31 मई को चार से पांच बदमाशों ने चंडीगढ़ के सेक्टर 33 में शराब कारोबारी सिंगला की कोठी पर गोलियां चलाई गई थीं। और फिर एक लग्जरी कार में बैठकर फरार हो गए थे। शराब कारोबारी अरविंद ने शिकायत में कहा था कि आरोपी उसके भाई की जान लेना चाहते थे। पुलिस की जांच में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था।2 जून को चंडीगढ़ के ही सेक्टर 9 में स्थित शराब ठेके पर दो युवकों ने फायरिंग की। वारदात के बाद हथियार लहराते हुए शूटर फरार हो गए थे। इस मामले में भी पुलिस जांच में लॉरेंस की भूमिका सामने आई थी। लॉरेंस और उसके गैंग के कई साथी राजस्थान के जेलों में बंद हैं। लॉरेंस जहां भरतपुर जेल में बंद है, वहीं उसके साथी जयपुर और अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेलों में बंद हैं। हालांकि इसके बावजूद कई अपराधों में उनके नाम सामने आते हैं।