विदेश में नौकरी के नाम पर हुआ ठगी का शिकार
पुलिस के मुताबिक इस संबंध में जसवंत नगर खातीपुरा निवासी हर्षवर्धन सिंह राठौड़ ने मामला दर्ज करवाया है। इसमें बताया कि उसके भाई विक्रमादित्य सिंह राठौड़ को उसके सहपाठी रेवाड़ी निवासी आशीष चौहान उर्फ निति ने सऊदी अरब में करीब 60 हजार रुपए वेतन की नौकरी दिलवाने की कहते हुए अपने परिचित मुकेश सिंह चौहान से मिलवाया।
पुलिस के मुताबिक इस संबंध में जसवंत नगर खातीपुरा निवासी हर्षवर्धन सिंह राठौड़ ने मामला दर्ज करवाया है। इसमें बताया कि उसके भाई विक्रमादित्य सिंह राठौड़ को उसके सहपाठी रेवाड़ी निवासी आशीष चौहान उर्फ निति ने सऊदी अरब में करीब 60 हजार रुपए वेतन की नौकरी दिलवाने की कहते हुए अपने परिचित मुकेश सिंह चौहान से मिलवाया।
मुकेश ने बताया कि वह अलहुसैनी ट्रैवल्स मुंबई में काम करता है। कंपनी देश-विदेश में बेरोजगारों को नौकरी दिलवाने का काम करती है। इस पर विक्रमादित्य ने उसे ढाई लाख रुपए दे दिए, जिसके बाद मुकेश ने वीजा संबंधी पूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद 4 अक्टूबर को उसे सऊदी अरब भेज दिया।
बंधक बनाने का आरोप
पिता महावीर सिंह का आरोप है कि सऊदी अरब में विक्रमादित्य को बंधक बनाकर 20 से 21 घंटे काम करवाया जा रहा है। उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। ना तो उससे बात करवाई जा रही है और ना ही यह बताया जा रहा कि उसे कहां रखा गया है।
पिता महावीर सिंह का आरोप है कि सऊदी अरब में विक्रमादित्य को बंधक बनाकर 20 से 21 घंटे काम करवाया जा रहा है। उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। ना तो उससे बात करवाई जा रही है और ना ही यह बताया जा रहा कि उसे कहां रखा गया है।
एजेंट कर रहा टालमटोल पिता का कहना है कि जब मुकेश चौहान से बात करने पर वह दस दिन में विक्रमादित्य के लौट आने की कहता है। दस दिन निकल जाने के बाद टालमटोल करने लगता है। पिता का आरोप है कि षडय़ंत्रपूर्वक विक्रमादित्य से पैसे ऐंठकर उसे किसी शेख या गैरकानूनी कार्य में लिप्त गिरोह के हाथ मोटी रकम लेकर बेच दिया गया है।
ट्वीट के बाद नहीं चला पता
अनहोनी की आशंका जताते हुए पीडि़त के पिता का आरोप है कि रियाद स्थित इंडियन एबेंसी भी उसको वहां पर तलाश नही कर पा रही है। एेसे में उसकी हत्या की भी आशंका है, क्योंकि ये लोग मानव तस्करी में लिप्त हैं और उनके बेटे ने किसी तरह से मोबाइल पर ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई थी, उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला।
अनहोनी की आशंका जताते हुए पीडि़त के पिता का आरोप है कि रियाद स्थित इंडियन एबेंसी भी उसको वहां पर तलाश नही कर पा रही है। एेसे में उसकी हत्या की भी आशंका है, क्योंकि ये लोग मानव तस्करी में लिप्त हैं और उनके बेटे ने किसी तरह से मोबाइल पर ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई थी, उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला।
मां की तबीयत हुई खराब
हर्षवर्धन ने बताया कि भाई के जाने के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। विक्रमादित्य को याद करके वह अस्पताल में भर्ती हो चुकी है। वहां बार-बार बेहोश हो जाती है।
हर्षवर्धन ने बताया कि भाई के जाने के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। विक्रमादित्य को याद करके वह अस्पताल में भर्ती हो चुकी है। वहां बार-बार बेहोश हो जाती है।